उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण कई लोगों की मौत हो गई है. राज्य में राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं. सूबे के DGP अशोक कुमार ने बताया है कि रामनगर-रानीखेत रूट पर स्थित लेमन ट्री में करीब 200 लोग फंसे थे, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. इसी के साथ DGP ने बताया कि भारी बारिश के कारण अलग-अलग घटनाओं में अब तक 24-25 लोगों की मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान नैनीताल जिले में हुआ है.
मालूम हो कि 100 से ज्यादा लोगों के रामनगर-रानीखेत रूट पर स्थित लेमन ट्री रिसॉर्ट में भारी बारिश के बाद फंसने की जानकारी मिली थी. कोशी नदी भारी बारिश के चलते उफान पर थी और उसका पानी रिसॉर्ट में भी भर गया. इसके चलते वहां का रूट पूरी तरह से कट गया. बाद में सुरक्षा कर्मियों ने राहत और बचाव कार्य चलाया और इन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. DGP अशोक कुमार ने बताया कि वहां 200 लोग फंसे हुए थे, जिन्हें निकाल लिया गया है.
राज्य में अभी भी राहत और बचाव कार्य जारी है. उत्तराखंड के कई इलाकों में लगातार बारिश के कारण हालात बदतर बने हुए हैं. खासतौर से कुमाऊं इलाके में बारिश के कारण काफी नुकसान पहुंचा है. कई लोगों की मौत के अलावा कई मकान भी इस इलाके में बारिश के चलत ढह गए. कई भूस्खलनों के कारण नैनीताल तक जाने वाली तीन सड़कें पूरी तरह बंद हो गईं और उनका राज्य के बाकी इलाकों से संपर्क टूट गया.
चारधाम यात्रियों से जहां हैं वहां रुकने की अपील
सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से न घबराने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने चारधाम यात्रियों से फिर अपील की कि वे जहां हैं, वहीं रुक जाएं और मौसम में सुधार होने से पहले अपनी यात्रा शुरू न करें.
धामी ने कहा कि बारिश से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. उन्होंने माना कि लगातार बारिश से किसानों पर काफी असर पड़ा है. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए उनसे फोन पर बात की और उन्हें हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया.