समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपने दांव चलने शुरू कर दिए हैं. आपको बता दें कि ऐसे में उन्होंने बरेली की नेहा यादव को छात्र सभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है. नेहा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना इसलिए भी चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि पहली बार पार्टी ने महिला गृहमंत्री अमित शाह को काला झंडा दिखाने वाली नेहा यादव को इनाम दिया है.
आपको बता दें कि नेहा को मिली इस जिम्मेदारी के बाद सपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें मिठाई खिलाकर मुबारकबाद दी. इससे पहले नेहा यादव गृह मंत्री अमित शाह को प्रयागराज में काले झंडे दिखाने पर सुर्खियों में रही थीं, जिसके चलते उन्हें 21 दिन तक जेल में भी रहना पड़ा था. संदीप सिंह स्वर्णकार को राष्ट्रीय महासचिव का जिम्मा मिला है.
21 दिन जेल में भी रहना पड़ा
वहीँ बता दें कि दरअसल, शहर में समाजवादी पार्टी का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन जनवरी में हुआ था. इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी पहुंचे थे. इस मौके पर पूर्व सीएम ने मंच से नेहा यादव की तारीफ की थी. उन्होंने बताया था कि किस तरह नेहा यादव ने प्रयागराज में अमित शाह को काले झंडे दिखाए थे. इस कारण उन्हें करीब 21 दिन जेल में भी रहना पड़ा.
वहीँ इसके बाद 21 जनवरी को अखिलेश यादव मढ़ीनाथ स्थित नेहा यादव के घर पहुंचे. उनके परिवार वालों से मुलाकात की थी. नेहा यादव 2017 में बीएचयू से पढ़ाई के दौरान ही छात्र राजनीति में आई थी. 2018 में उन्होंने सपा में कार्यकर्ता के रूप में काम शुरू किया. जनवरी 2021 में वो मुख्य कार्यकारिणी में प्रदेश वक्ता बनाई गईं. अब उन्हें छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है. उनकी मां विमला यादव बदायूं रोड के ऊंचा गांव की प्रधान हैं. पिता जगदीश सिंह किसान हैं. नेहा पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं.