आज भयंकर सौर तूफान धरती की ओर लगातार तेजी से बढ़ रहा है इस बात की अमेरिकी वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है। वैज्ञानिकों के अनुसार अगले कुछ घंटे में ये तूफान धरती से टकरा सकता है। ऐसा होने से बिजली ग्रिड ठप हो सकते हैं और बिजली की आपूर्ति भी कमजोर हो सकती है। इसके अलावा मोबाइल सिग्नल और जीपीएस पर भी प्रभाव पड़ सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक अंतरिक्ष से आने वाली नॉर्दन लाइट्स को अमेरिका और UK में देखा जा सकेगा।
ऐसा होगा प्रभाव!
इसको लेकर अमेरिकी नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (US agency National Oceanic and Atmospheric Administration) ने अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही कहा है कि जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म से पृथ्वी के कई हिस्सों में बिजली गिर सकती है और कई स्थानों पर मजबूत चुंबकीय बल हो सकता है। इससे पावर ग्रिड को भी काफी नुकसान हो सकता है।
उपग्रहों को भी हो सकता है नुकसान
एजेंसी के मुताबिक तूफान का प्रभाव 11 अक्टूबर से दिखना शुरू हो जाएगा। 13 अक्टूबर को इसका सबसे अधिक प्रभाव देखने को मिलेगा। हालांकि US स्पेस वेदर प्रिडिक्शन सेंटर (SWPC) के अनुसार ये G2 श्रेणी का तूफान है, इससे कई उपग्रहों को भी नुकसान पहुंच सकता है।
ये है सोलर स्टॉर्म
पृथ्वी की मैग्नेटिक सतह हमारी मैग्नेटिक फील्ड द्वारा तैयार की गई है और यह सूरज से निकलने वाली खतरनाक किरणों से रक्षा करता है। जब कोई तेजी से किरण धरती की ओर आती है तो यह मैग्नेटिक सतह से टकराती है। यदि यह सोलर मैग्नेटिक फील्ड दक्षिणवर्ती है तो पृथ्वी के विपरीत दिशा वाली मैग्नेटिक फील्ड से मिलती है। तब धरती की मैग्नेटिक फील्ड खुल जाती है और सौर्य हवाओं के कण ध्रुवों तक चले जाते हैं। इससे धरती की सतह पर चुंबकीय तूफान उठता है और धरती की मैग्नेटिक फील्ड में तेजी से गिरावट आ जाती है। यह लगभग 6 से 12 घंटों तक रहती है। मगर कुछ दिनों के बाद मैग्नेटिक फील्ड खुद से ठीक हो जाती है।