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कमला हैरिस ने PM मोदी के साथ बैठक में उठाया आतंकवाद का मुद्दा, दिया पाक को सख्त सन्देश

इन दिनों देश के पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी की द्विपक्षीय मुलाकातों क्रम में दूसरी बैठक अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ हुई, जिसमें पीएम ने कोरोना महामारी में अमेरिका की तरफ से मिली मदद के लिए उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। व्हाइट हाउस में पहले दोनों नेताओं ने एकांत में बात की और फिर प्रतिनिधिमंडल स्तर की मीटिंग में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कमला हैरिस को भारत आने का न्योता दिया। वहीं, पीएम के साथ मुलाकात के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया था। उन्होंने साफ़ कहा कि वहां (पाकिस्तान की धरती पर) कई आतंकी संगठन एक्टिव हैं। उन्होंने पाकिस्तान को कहा है कि वह इन आतंकी संगठनन पर एक्शन ले, जिससे अमेरिका और भारत की सुरक्षा पर इसका कोई प्रभाव ना पड़े।

इस मीटिंग के पहले दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से मीडिया में से बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना महामारी के दौरान कमला हैरिस की सहायता को याद करते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति बनने के बाद दोनों नेताओं के बीच कई बार वार्तालाप हुई है। एक बार भारत कोविड महामारी से जूझ रहा था तब पहली बार बात हुई थी। उस वक्त कमला हैरिस के एकजुटता व्यक्त करने वाले शब्द उन्हें याद हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका की सरकार एवं कंपनियां और प्रवासी भारतीय समुदाय कोरोना महामारी से बेहद कठिन मुकाबले में बहुत मददगार रहे। अमेरिकी राष्ट्रपति और हैरिस स्वयं ने ऐसे वक्त पदभार संभाला जब पूरी दुनिया कठिन चुनौती से परेशान रही थी और कम वक्त में ही उन्होंने तमाम उपलब्धियां हासिल कीं चाहे वह कोरोना से मुकाबला हो या जलवायु परिवर्तन हो या क्वाड हो।

प्रधानमंत्री मोदी ने की कमला की तारीफ

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका विश्व के सबसे बड़े एवं सबसे पुराने लोकतंत्र हैं। हमारे मूल्य समान हैं और हमारी मदद धीरे-धीरे बढ़ रही है। उन्होंने आगे कहा, ‘अमेरिका के उपराष्ट्रपति के रूप में आपका चुनाव एक बेहद ही महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक घटना रही है। आप दुनिया में बहुत से लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं और मुझे भरोसा है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन एवं आपके नेतृत्व में हमारे द्विपक्षीय संबंध नयी ऊंचाई छुएंगे।’ प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें निमंत्रित करते हुए कहा, ‘भारत के लोग आपका स्वागत करने का इन्तजार कर रहे हैं। मैं आपको भारत आने का निमंत्रण देता हूं।’

India, US natural partners,' says PM Modi as Kamala Harris lauds Centre's  vaccine drive - India Newsकमला हैरिस ने इसके बाद कहा कि भारत अमेरिका का एक बेहद ही अहम साझीदार है। जब भारत कोरोना की दूसरी लहर से परेशान था, अमेरिका को भारत के लोगों की आवश्यकता और उसके लोगों के वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी का समर्थन और मदद करने का गर्व है। उन्होंने कोरोना टीकों के नियार्त को बहाल करने की भारत के ऐलान का स्वागत किया और इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि भारत रोजाना लगभग एक करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन कर रहा है।

आतंकवाद पर हुई चर्चा

प्रधानमंत्री मोदी के साथ अमेरिका गए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने वाशिंगटन डीसी में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने अंतरिक्ष सहयोग, सूचना प्रौद्योगिकी, उभरती और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों, स्वास्थ्य क्षेत्रों में सहयोग समेत सहयोग के भविष्य के क्षेत्रों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने सीमा पार आतंकवाद पर प्रधानमंत्री मोदी से सहमति व्यक्त की और माना कि भारत कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है। वह ऐसे आतंकी समूहों के लिए पाकिस्तान के समर्थन की निगरानी करने की जरूरत पर भी सहमत हुईं। हर्षवर्धन श्रृंगला ने आगे कहा कि प्रधनमंत्री मोदी के साथ मुलाकात के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया था। उन्होंने साफ कहा कि वहां (पाकिस्तान की धरती पर) कई आतंकी संगठन एक्टिव हैं। उन्होंने पाकिस्तान को कहा है कि वह इन आतंकी संगठनन पर कार्रवाई करे, जिससे अमेरिका और भारत की सुरक्षा पर इसका कोई प्रभाव ना पड़े।

PM Modi, Kamala Harris discuss Afghanistan, Covid situation during  bilateral talks - India Newsप्रधानमंत्री और कमला के बीच पहला औपचारिक संवाद

विदेश मंत्रालय के मुताबिक अमेरिकी उपराष्ट्रपति के साथ पीएम मोदी का यह पहला औपचारिक संवाद था। दोनों नेताओं के बीच इस वर्ष जून में टेलीफोन पर वार्तालाप हुई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उपराष्ट्रपति सुश्री हैरिस ने भारत को कोरोना महामारी के संकट काल में अमेरिकी टीके उपलब्ध कराने के लिए प्राथमिकता देने की पेशकश की थी। व्हाइट हाउस में हुई इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने हितों से जुड़े द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचार व्यक्ति किए। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू और विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (अमेरिका) वाणी राव भी शामिल थीं।