मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को प्रयागराज में उनके बाघंबरी मठ स्थित आवास पर श्रद्धांजलि दी।
महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। हत्या या आत्महत्या के बीच की कड़ी को तलाशने के लिए पुलिस हर एंगल पर काम कर रही है। बताया जा रहा है कि महंत नरेंद्र गिरि को एक वीडियो के नाम पर बदनाम करने की साजिश रची जा रही थी। वीडियो दिखाकर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा था। वह कौन सा वीडियो है, उस वीडियो में क्या है, किस प्रकरण से वह वीडियो जुड़ा है, इन सवालों का जवाब नहीं मिला है।
Prayagraj: UP CM Yogi Adityanath pays last respects to President of Akhil Bharatiya Akhada Parishad, Mahant Narendra Giri, at his Baghambari Math located residence. pic.twitter.com/fNNMMRtGaP
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 21, 2021
कहा यह जा रहा है कि उनको अश्लीलता के नाम पर बदनाम करने की साजिश रची गई थी। उनके मोबाइल फोन में भी एक वीडियो मिलने की चर्चा रही लेकिन इसकी किसी अफसर ने पुष्टि नहीं की। नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र किया है कि उसी वीडियो के चक्कर में उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई। इसी से वह आहत हैं। बाघंबरी मठ के अंदर नरेंद्र गिरि की मौत के बाद पहुंची पुलिस ने परिसर के अंदर लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। इस बात की जानकारी ली गई कि दिनभर में क्या गतिविधियां रहीं। कहीं कोई अराजक तत्व अंदर तो नहीं आया था। वहां पर शिष्यों का बयान दर्ज किया। पूछताछ में पता चला कि आद्या तिवारी से दो दिन पहले ही नरेंद्र गिरि की नोकझोंक हुई थी। बताया जा रहा है कि उन्होंने सल्फास और रस्सी भी दो दिन पहले मंगाई थी। अपने एक शिष्य से कहा था था कि कपड़े टांगने वाली रस्सी खराब हो गई है।