गुजरात। भूपेंद्र पटेल ने सोमवार दोपहर को गुजरात के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.वह प्रदेश के 17वें मुख्यमंत्री होंगे। अगले साल राज्य में होने वाले चुनावों से पहले उन्हें लाकर पार्टी लीडरशिप ने सत्ता विरोधी माहौल और पटेल समुदाय की नाराजगी तो साधने का प्रयास किया है। हालांकि इस कोशिश में दिग्गज नेता और डिप्टी सीएम नितिन पटेल को नजरअंदाज किए जाने से फूट का डर भी बना हुआ था। शायद यही वजह थी कि सुबह ही भूपेंद्र पटेल पहले नितिन पटेल के घर पहुंचे और पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद वह पूर्व सीएम विजय रूपाणी से भी मुलाकात के लिए पहुंचे।
भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव से एक साल पहले विजय रुपाणी को हटाकर भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया है. भूपेंद्र पटेल का नाम हर किसी के लिए चौंकाने वाला था. भूपेंद्र पटेल के शपथ ग्रहण के दौरान अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, प्रमोद सावंत समेत भाजपा के अन्य बड़े नेता मौजूद रहे. बता दें कि गुजरात में विधानसभा चुनाव से एक साल पहले भारतीय जनता पार्टी ने अपना मुख्यमंत्री बदला है.
पटेल समुदाय के भूपेंद्र पटेल को मौका दिया गया है. एक बार फिर नितिन पटेल का मुख्यमंत्री बनने का सपना अधूरा रह गया. इनके अलावा भी कई नाम रेस में चल रहे थे, लेकिन भूपेंद्र पटेल बाज़ी मार गए. वही रविवार को गुजरात बीजेपी के विधायक दल की बैठक में जब भूपेंद्र पटेल के नाम की घोषणा की गई तो वहां बैठ हर एक शख्स हैरान रह गया. बीजेपी नेताओं के साथ ही भूपेंद्र पटेल के परिवार के सदस्य भी इस खबर को टीवी पर देखकर हैरान रह गए. भूपेंद्र पटेल की पत्नी की मानें तो उन्हें टीवी से ही इसकी जानकारी मिली. इसके बाद घर पर ही उन्होंने हलवा बनाया और सभी ने मुंह मीठा किया.