मऊ सदर के विधायक मुख्तार अंसारी (Bahubali Mukhtar Ansari) के ऊपर गाज गिरी है। उनकी पत्नी के नाम से हुसैनगंज में स्थित सारी करोड़ों रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा। इसके लिए आजमगढ़ के एसपी सुधीर कुमार सिंह ने लखनऊ डीएम को पत्र लिखा है। करोड़ों की इस संपत्ति को मुख्तार ने सर्किल रेट में छुपाकर केवल पांच लाख रुपये में एक कारोबारी से खरीद ली थी।
पत्नी के नाम से खरीदी संपत्ति
लखनऊ के हुसैनगंज के 21 विधानसभा मार्ग एबट रोड बर्फखाना की ये संपत्ति आजमगढ़ पुलिस द्वारा उत्तर प्रदेश गिरोह बंद एवं समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1986 के अंतर्गत चिन्हित किया है। इस संपत्ति को मुख्तार ने पत्नी के नाम से खरीदा हुआ था। अब पुलिस बहुत जल्द ही14 (1) की कार्रवाई करके जब्त कर लेगी। आजमगढ़ एसपी के बताए अनुसार, मुख्तार के खिलाफ आजमगढ़ में गैंगेस्टर का मुकदमा अभी चल रहा है। उसकी लखनऊ के अतिरिक्त अन्य संपत्तियों को भी मार्क किया जा रहा है।
जेल से बाहर ना निकालने की करी थी मांग
पेशी में सुनवाई के दौरान जज ने मुख्तार अंसारी से सवाल किया कि क्यों न आपको अब कोर्ट में तलब कर लिया जाये। जज के सवाल पर मुख्तार अंसारी बेहद घबरा गया। बसपा विधायक मुख्तार अंसारी उसने जज से ऐसा न करने की गुहार लगाई। मुख्तार ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार उसे मरवाना चाहती है। ऐसे में अगर वह जेल से बाहर निकला तो उसकी हत्या करवा दी जाएगी। कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए 9 सितंबर की तारीख दी है। ज्ञात हो कि इससे पहले भी मुख्तार अंसारी ने बांदा जेल में अपनी हत्या की साजिश की बात कही थी।
मुख्तार अंसारी ने कहा कि बांदा जेल में उसे जान का खतरा है। जेल के सीसीटीवी कैमरों की दिशा बदल कर लोग आते-जाते हैं, जिससे मेरी हत्या की साजिश प्रतीत होती है। जेल प्रशासन की मिलीभगत है। मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता ने बांदा जेल में उसकी सुरक्षा को खतरा बताते हुए किसी दूसरी जेल में रखे जाने के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र भी दिया था।