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अमेरिका ने किया ISIS के खिलाफ ऐलान-ए-जंग? एक्शन में दिखें JOE BIDEN

काबुल एयरपोर्ट के पास हुए ब्लास्ट (Kabul Airport Blast) से गुस्साए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने इस्लामिक स्टेट (ISIS) को चेतावनी दे डाली है और बोला है कि हमला करने वाले अब नहीं बचेंगे. उन्होंने कहा कि ISIS के अपराधियों को अमेरिका ढूंढ़-ढूंढ़ कर सजा देगा. अपनी जगह और अपने वक्त पर दुश्मन को हम जवाब देंगे.

ISIS को जो बाइडेन ने दी चेतावनी

अपने सैनिकों और आम जनता की मौत से बौखलाए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसी दौरान वो बहुत भावुक हो गए और कहा कि अब आईएसआईएस को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. हम इस जख्म को कभी नहीं भूलेंगे. हम एक-एक आतंकी को खोजकर मौत देंगे.

आईएसआईएस के खिलाफ जंग का किया ऐलान

जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा, ‘वो जिन्होंने ये हमला किया है या वो, जो अमेरिका को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं. वो ये बात ठीक से जान लें कि हम ना माफ करेंगे और ना ही भूलेंगे. हम दुश्मनों को ढूंढ निकालेंगे और उन्हें इसके किए की सजा जरूर मिलेगी.’ इसके आगे जो बाइडेन ने कहा कि, ‘हमारी इंटेलिजेंस थी कि आईएसआईएस (ISIS) के आतंकी अमेरिकी नागरिकों पर हमले की फिराक में हैं. हमारे कमांडोज ने इस बात को साफ किया था कि हमें अपना मिशन पूरा करना चाहिए और हम इसे पूरा करके रहेंगे. ISIS के आतंकवादी नहीं जीतेंगे. हम अमेरिकी लोगों को बाहर निकाल लेंगे.’

आतंकी हमले पर बोले ये लोग

इस आतंकी हमले पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने बोला कि ‘काबुल में धमाके से हालात खराब हो गए हैं और हम फ्रांस के राजदूत वापस बुलाएंगे.’ तो वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने कहा कि ‘तालिबान को मान्यता देने पर अभी फैसला नहीं लेंगे.’

इतने लोगों की हुई मौत

अफगानिस्तान में गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे (Kabul Airport) के पास आत्मघाती हमलों और बंदूकधारियों के जरिए हमले किये गये, जिससे कम से कम 90 लोगों की जान गई, जबकि कई अन्य के घायल होने की खबर मिली है. हमले में 13 अमेरिकी नौ सैनिकों की जान गयी हैं, जबकि 18 घायल हुए हैं. एक अफगान अधिकारी ने इस बात का दावा किया है कि हवाई अड्डे पर हुए हमले में कम से कम 60 अफगानी भी मारे गए हैं और करीब 143 और लोग घायल हुए हैं.

सालेह ने ट्वीट कर कही ये बात

अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट किया और तालिबान के आईएसआईएस के साथ संबंधों का दावा करते हुए कहा कि, ‘हमारे पास मौजूद हर सबूत से पता चलता है कि IS-K की जड़ें तालिब और हक्कानी नेटवर्क में हैं, जो खासकर काबुल में सक्रिय हैं. तालिबान ने आईएसआईएस के साथ अपने सभी रिश्तो को बेकार बताया है. ठीक वैसे ही जैसे उन्होंने क्वेटा शूरा पर पाक के लिंक से भी इनकार कर दिया था.