अफगानिस्तान से मंगलवार को भारत लाए गए 78 लोगों में से 16 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। एहतियात के तौर पर इन सभी 78 लोगों को क्वारंटीन कर दिया गया है। इन 16 लोगों में वे तीन अफगान सिख भी शामिल हैं जो गुरु ग्रंथ साहिब का स्वरूप लेकर पहुंचे थे। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने ट्वीट किया, ‘धर्मेंद्र सिंह, कुलराज सिंह और हिम्मत सिंह तीनों जो अफगानिस्तान से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप लाए थे, वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’
वायु सेना के एक विशेष विमान से सोमवार को इन लोगों को काबुल से ताजिकिस्तान के दुशांबे ले जाया गया था। इसके बाद 25 भारतीय नागरिकों सहित 78 यात्रियों के साथ एयर इंडिया की एक उड़ान से मंगलवार सुबह दुशांबे से इन्हें नई दिल्ली लाया गया था। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को बताया कि अफगानिस्तान से अब तक 228 भारतीय नागरिकों समेत कुल 626 लोगों को निकाला गया है। उन्होंने यह भी बताया कि उनमें से 77 अफगान सिख थे। निकाले गए इन भारतीय नागरिकों की संख्या में भारतीय दूतावास में काम करने वाले लोग शामिल नहीं हैं।
पिछले हफ्ते काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। वहां अफरातफरी का माहौल है। ऐसे में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए भारत सहित कई देशा अपने-अपने नागरिकों को निकालने में जुटे हैं। इस बीच मंगलवार को अफगानिस्तान में बिगड़ते सुरक्षा हालात को लेकर और बढ़ती वैश्विक चिंता के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चर्चा की। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘अफगानिस्तान के ताजा हालात पर मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन से विचारों का उपयोगी और विस्तृत आदान प्रदान हुआ। हम लोगों ने कोविड-19 के खिलाफ भारत-रूस सहयोग सहित द्विपक्षीय एजेंडे से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। महत्वपूर्ण मुद्दों पर घनिष्ट विमर्श जारी रखने पर दोनों सहमत हुए।’ रूसी दूतावास ने कहा कि दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान की ताजा स्थिति पर चर्चा की। बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता स्थापित करने और पूरे क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समन्वित प्रयासों के महत्व पर बल दिया।