तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में हालात बेहद खराब हो गए हैं. अफगानिस्तान से भारतीयों को सुरक्षित निकालने के मुद्दे पर आज सुबह भारतीय एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिकी एनएसए से बात की. एनएसए डोभाल ने अफगानिस्तान में फंसे भारतीय नागरिक और अधिकारियों को निकालने के मुद्दे पर चर्चा की. इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा की थी. उन्होंने तालिबान के कब्जे वाले देश में प्रत्यक्ष हितों वाले विदेश मंत्रियों को फोन किया था. कॉल के बाद जयशंकर ने ट्वीट कर बताया कि अफगानिस्तान में नवीनतम घटनाओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने “काबुल में एयरपोर्ट के संचालन को बहाल करने की आवश्यकता के बारे में बताया. इस संबंध में चल रहे अमेरिकी कोशिशों की गहराई से सराहना करते हैं.”
भारतीय राजदूत और अन्य कर्मियों को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान मंगलवार को काबुल से भारत रवाना हुआ है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि यह फैसला किया गया है कि काबुल में भारत के राजदूत और उनके भारतीय कर्मियों को मौजूदा हालात के मद्देनजर तत्काल देश वापस लाया जाएगा. बागची ने ट्वीट किया, ‘मौजूदा हालात के मद्देनजर, यह फैसला किया गया है कि काबुल में हमारे राजदूत और उनके भारतीय कर्मियों को तत्काल भारत लाया जाएगा.’ भारतीय वायुसेना का सी-17 विमान सोमवार को कुछ कर्मियों को लेकर भारत लौटा था और मंगलवार को दूसरा विमान भारत आ रहा है.