उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश जिला पंचायत चुनाव से पहले बड़ी घोषणा की है। उन्होंने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा कि बसपा जिला पंचायत का चुनाव नहीं लड़ेगी। मायावती ने बोला कि मैं स्पष्ट कहना चाहती हूं कि अगर यह चुनाव पारदर्शी होते तो हम जरूर लड़ते।
बता दें की इसके पहले बसपा की मुखिया मायावती ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से मिलकर उप्र का विधानसभा चुनाव लड़ने की बात को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधान सभा चुनाव में बसपा किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी, बल्कि अकेली ही चुनाव लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि मीडिया के एक न्यूज चैनल में शनिवार से यह खबर प्रसारित की जा रही है कि यूपी में आगामी विधानसभा आमचुनाव औवेसी की पार्टी एआइएमआइएम तथा बीएसपी मिलकर लड़ेगी। यह खबर पूर्णत: गलत, भ्रामक व तथ्यहीन है। इसमें रत्तीभर भी सच्चाई नहीं है। तथा बीएसपी इसका जोरदार खण्डन करती है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को लगातार सोशल मीडिया के ट्वीटर हैंडल पर चार ट्वीट किए। उन्होंने पहले ट्वीट में मायावती ने पंजाब में अकाली दल को छोड़कर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव या आम चुनाव में बसपा किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन करके नहीं लड़ेगी। अकेले ही चुनाव लड़ा जाएगा।
बसपा के बारे में ऐसी मनगढ़ंत अफवाह न फैलाई जाएं। इसे रोकने के लिए बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को मीडिया सेल का राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाया गया है। उन्हीं के द्वारा दी गई सूचना को सही माना जाए। साथ ही यह अपील भी की है कि बहुजन समाज पार्टी के सम्बन्ध में किसी भी किस्म की भ्रमित करने वाली अन्य कोई भी गलत खबर लिखने, दिखाने व छापने से पहले उसके संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव से सही जानकारी जरूर प्राप्त कर लें।