कहते हैं अक्सर जो सपने जिंदा रहते हुए पूरे नहीं होते वो सपने मृत्यु के बाद एक न एक दिन जरूर पूरे होते हैं। ऐसा ही एक सपना जिंदा रहते हुए मार्टिन क्रो (Martin Crowe) ने देखा था, जिसे अब न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन (Kane Williamson) ने पूरा किया है। कीवी टीम ने सिर्फ आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का खिताब ही नहीं जीता बल्कि पूर्व कीवी बल्लेबाज का सपना भी पूरा कर दिया। जिसे उन्होंने जाते-जाते देखा था। बता दें, न्यूजीलैंड ने भारत को हराकर आईसीसी टूर्नामेंट में जीत हासिल की है। इससे पहले न्यूजीलैंड ने साल 2000 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी और अब पूरे 21 साल बाद उन्हें जीत मिली।
क्या था सपना?
साल 2015 में जब वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल चल रहा था तब मार्टिन क्रो (Martin Crowe) बीमार थे। पर उनकी इच्छा थी कि न्यूजीलैंड इस खिताब को अपने नाम करे। लेकिन फाइनल मैच में न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया से हार गया और एक साल बाद ही क्रो ने दुनिया को अलविदा कह दिया। साल 2019 में न्यूजीलैंड अपने बेहतर प्रदर्शन के साथ फाइनल तक पहुंच भी गई लेकिन यहां उसे इंग्लैंड से हार का सामना करना पड़ा। पर इस बार न्यूजीलैंड ने पूरे जोश के साथ खेलते हुए भारत को हरा दिया।
मुकाबला जीतने के बाद केन विलियमसन (Kane Williamson) ने मीडिया से बात की जिसमें वह बोले, ‘यह बहुत विशेष अवसर है और शानदार एहसास है। हम पहले भी कई बार फाइनल तक पहुंचे हैं। लेकिन 2015 में एकतरफा मुकाबले में हार मिली तो 2019 का मुकाबला दिलचस्प रहा। पर पहला वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीतना एक अलग ही अहसास है।‘
भारत था प्रबल दावेदार
टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। लेकिन टीम इंडिया के खिलाड़ियों का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। भले ही टीम विदेशों में ज्यादा सीरीज जीत चुकी है लेकिन इस मुकाबले में टीम ने लोगों को निराश किया। केन विलियमसन ने टीम इंडिया के बारे में भी बात की और कहा, ‘हमने हर मुकाबले में अपना सबकुछ दिया जिससे प्रतिस्पर्धा बनी रहे। मेरा मानना है कि टीम में हमेशा स्टार खिलाड़ी नहीं रह सकते बल्कि ये जरूरी था कि क्रिकेट का स्टाइल प्रतिबद्ध रहे और हमने यही किया। हमने लंबे समय तक टीम इंडिया को देखा है और हम जानते हैं वह कितनी मजबूत है।’
बता दें, न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मुकाबले में टीम इंडिया को 8 विकेट से हारना पड़ा। टीम इंडिया ने कीवी टीम के समक्ष काफी छोटा लक्ष्य रखा था जिसे उन्होंने आसानी से पार करते हुए जीत हासिल कर ली।