जम्मू-कश्मीर पर प्रधानमंत्री की बैठक से पहले दिल्ली में विपक्षी नेताओं की मंगलवार शाम 4 बजे शरद पवार के आवास पर बैठक होने वाली है। विपक्षी दलों को बैठक के लिए आमंत्रण एनसीपी प्रमुख शरद पवार और तृणमूल कांग्रेस नेता यशवंत सिन्हा की ओर से भेजा गया है। इस बैठक से पहले शरद पवार ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से दस दिनों में दूसरी बार मुलाकात की। यह मुलाकात करीब तीन घंटे चली। चर्चा यह है कि प्रशांत किशोर और शरद पवार की कई दौर की मुलाकात अगले आम चुनावों के मद्देनजर एक बड़ी योजना का हिस्सा हो सकती है और इसका उद्देश्य समान विचारधारा वाले दलों को एकजुट करना है।
बैठक में भाग लेने के लिए 15 दलों को निमंत्रण, कांग्रेस के शामिल होने की पुष्टि नहीं
बैठक में भाग लेने के लिए 15 विपक्षी दलों को निमंत्रण दिया गया है, लेकिन उनमें से कुछ ने अब तक भागीदारी की पुष्टि की है। कांग्रेस ने अभी तक बैठक के लिए हां नहीं कहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस बैठक में शामिल होगी या नहीं। सोमवार दोपहर तक, कांग्रेस की ओर से कोई पुष्टि नहीं की गई थी, लेकिन 7 दलों ने बैठक में भाग लेने की पुष्टि की है। एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक का कहना है कि फारूक अब्दुल्ला, यशवंत सिन्हा, पवन वर्मा, संजय सिंह, डी राजा, जस्टिस एपी सिंह, जावेद अख्तर, केटीएस तुलसी और करण थापर सहित कई प्रमुख राजनीतिक नेता और प्रतिष्ठित व्यक्ति मंगलवार की बैठक में भाग लेंगे, जिसकी अध्यक्षता शरद पवार करेंगे। एनसीपी ने विपक्षी दलों की बैठक से पहले मंगलवार सुबह अपने ही राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है।
अगले आम चुनाव को लेकर सियासी अटकलें तेज
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद बतौर चुनावी रणनीतिकार काम न करने का ऐलान करने वाले प्रशांत किशोर ने सोमवार को दूसरी बार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की है। इस दूसरी मुलाकात के बाद सियासी अटकलें फिर से तेज हो गई हैं। सियासी हलकों में यह कहा जा रहा है कि अगले लोकसभा चुनावों में विपक्षी दल पीएम मोदी के खिलाफ अगले चुनावों में एक साझा प्रत्याशी उतार सकते हैं, इसलिए प्रशांत किशोर के साथ एनसीपी चीफ की मुलाकात को अहम माना जा रहा है।