मलेशिया की सरकार ने सभी सिविल सेवकों को निर्देश जारी किया है कि वे देश के प्रधानमंत्री के नाम की कानूनी वर्तनी का उपयोग करें. सरकार ने अदालत के एक आदेश के बाद यह निर्देश जारी किया है.
महियाद्दीन यासीन है असली नाम
प्रधानमंत्री ने एक आदेश पर अपने प्रचलित नाम से हस्ताक्षर किए थे और अदालत ने उस आदेश को रद्द कर दिया था. प्रधानमंत्री मुहिद्दीन यासीन के कार्यालय ने जून की शुरुआत में एक परिपत्र में सभी सिविल सेवकों को विभिन्न औपचारिक दस्तावेजों में उनके असली नाम- महियाद्दीन यासीन का उपयोग करने को कहा था.
ये है असली नाम
महियाद्दीन उनका वास्तविक नाम है, लेकिन उन्हें उनके लंबे राजनीतिक जीवन के दौरान उन्हें मुहीद्दीन के नाम से जाना जाता रहा है. दोनों नामों के उच्चारण में हल्का अंतर है और दोनों एक ही नाम के भिन्न रूप हैं. सरकार के निर्देश की खबर सबसे पहले बुधवार को सामने आयी. एक अदालत ने अप्रैल में एक हिरासत आदेश को रद्द कर दिया था जिसमें प्रधानमंत्री ने अपने प्रचलित नाम का उपयोग करते हुए हस्ताक्षर किए थे. इसके साथ ही अदालत ने हिरासत में लिए गए एक कथित तस्कर को रिहा कर दिया था.