कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने अप्रैल और मई में भारत में जमकर तबाही मचाई. इस लहर का असर अब कुछ हदतक कम होने लगा है, जब देश में नए मामलों की संख्या में कमी आई है. लेकिन अभी भी मौतों का आंकड़ा चिंता को बढ़ा रहा है, क्योंकि ये अभी पूरी तरह से कम नहीं हुआ है.
हाल ये है कि पिछले 13 दिनों में ही देश में 50 हज़ार से अधिक मौतें हो गई हैं और मौतों का आधिकारिक आंकड़ा भी तीन लाख को पार कर गया है.
मामलों में कमी, मौतों का आंकड़ा बरकरार
देश में मई में कुछ हदतक नए मामलों में कमी आई है, जो नए केस पहले चार लाख के आंकड़ों को छू रहे थे वो अब फिर ढाई लाख के आसपास पहुंच गए हैं. हालांकि, मौतों का आंकड़े का औसत 4 हज़ार के इर्द-गिर्द ही घूम रहा है. अगर सोमवार की ही बात करें, तो देश में 4,454 मौतें दर्ज की गई हैं.
देश में औसतन हर रोज़ 4 हज़ार के करीब ही मौतें हो रही हैं. चिंता की बात ये है कि बीते दो हफ्ते में ही मौतों का कुल आंकड़ा ढाई लाख से तीन लाख को पार कर गया है.
• 10 मई को भारत में मौतों का कुल आंकड़ा: 2,50,027
• 24 मई को भारत में मौतों का कुल आंकड़ा: 3,03,720
तीन लाख से ज्यादा मौतों वाला तीसरा देश
भारत इस वक्त दुनिया में कोरोना का एपिसेंटर बना हुआ है, क्योंकि सबसे ज्यादा नए केस यहां ही आ रहे हैं. वहीं, मौतों के मामले में भी अब भारत दुनिया का तीसरा सबसे प्रभावित देश बन गया है. अमेरिका, ब्राजील के बाद अब कोविड से सबसे ज्यादा मौतें भारत में ही हुई हैं.
• अमेरिका: 604,087
• ब्राजील: 449,185
• भारत: 303,751
आपको बता दें कि एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भारत में कोरोना की दूसरी लहर का असर जुलाई तक कम होने लगेगा. हालांकि, तीसरी लहर की भी चेतावनी दी गई है, जो 6 महीने बाद आ सकती है. लेकिन, अभी कोरोना के साथ ब्लैक फंगस ने भारत की चिंता बढ़ाई हुई है, जिसके करीब 9 हज़ार मामले सामने आए हैं.