कोरोना के कहर के बीच प्रशासन का भी कोहराम जनता को झेलना पड़ रहा है। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में एक ऐसा ही मामला आया है जिसमें एक लड़के को कोरोना प्रोटोकाॅल तोड़ने पर पिटाई कर दी गयी। लड़की पिटाई सूरजपुर के कलेक्टर के नेतृत्व में हुई। इस मामले ने कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में लगे प्रशासनिक अमले को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया। सूरजपुर कलेक्टर ने युवक को पहले चांटा मारा और फिर उसका मोबाइल फोन तोड़ दिया था। कलेक्टर ने फिर पुलिस वालों को आदेश देकर लड़के की पिटाई करायी। इस मामले में कलेक्टर के माफी मांगने के बावजूद उन पर कार्रवाई हुई है। मुख्यमंत्री के दखल के बाद सीएमओ की ओर से जारी आदेश में आईएएस गौरव कुमार सिंह को सूरजपुर का नया जिला कलेक्टर बनाने की जानकारी दी गई है। गोरव कुमार सिंह अब सूरजपुर के नये कलेक्टर होंगे।
ज्ञात हो कि सूरजपुर जिले के कलेक्टर रणवीर शर्मा (Ranvir) ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान अपनी सरकारी ताकत का बहुत दर्दनाक इस्तेमाल करते हुए एक बच्चे के साथ ऐसा व्यवहार किया है। कलेक्टर की इस हरकत का पूरे देश में आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर उनके चांटे की गूंज बहुत दूर तक सुनाई दी है जो उन पर कार्रवाई तक पहुंच गयी। सूरजपुर में कोरोना लॉकडाउन को लागू कराने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर थी। कलेक्टर होने की हनक में वो अपना आपा खो बैठे और जरूरी काम से बाजार आए एक बच्चे का पहले तो मोबाइल लेकर सड़क पर पटक दिया। उन्होंने ने मोबाइल पटकने के बाद उसे थप्पड़ मारा और पुलिस वाले से भी पिटवाये। जब सोशल मीडिया पर कलेक्टर का यह कारनाम वायरल हुआ तो उन्होंने माफी मांगी है।
मुख्यमंत्री ने की कार्रवाई
सोशल मीडिया की ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महज चंद घंटों के भीतर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्रवाई करते हुए कलेक्टर को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। सीएम ने ट्वीट में लिखा कि सूरजपुर कलेक्टर रणबीर शर्मा द्वारा एक नवयुवक से दुर्व्यवहार का मामला मेरे संज्ञान में आया है। ये बेहद दुखद और निंदनीय है. छत्तीसगढ़ में इस तरह का कृत्य कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कलेक्टर रणबीर शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। मैं इस घटना से क्षुब्ध हूं इसलिए नवयुवक व उनके परिजनों से खेद जताता हूं।
युवक के परिजनों का छलका दर्द
घटना के बाद जिस युवक के साथ डीएम, कलेक्टर ने अभद्रता की थी उसके परिजनों ने अपना दर्द बताते हुए नाराजगी जताई है। पीड़ित लड़के के पिता ने कहा कि उनकी पत्नी तथा उन्हें कोरोना वैक्सीन का टीका लगा है जिसके कारण उन्होंने अपने बेटे को बाहर दवा लेने भेजा था। उन्होंने बताया कि कलेक्टर ने जो उनके बेटे के साथ व्यवहार किया, वो तकलीफदेह है।