कोरोना काल में वाहन चालकों की अमानवीय हरकतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. आए दिन वाहन चालकों की मनमानी का मामला सामने आ रहा है. ताजा मामला बिहार के अरवल जिले का है, जहां सोमवार को ऑटो से इलाज के लिए करपी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जा रही महिला की मौत हो गई. मौत के बाद ऑटो चालक ने शव को रास्ते में छोड़ा और फरार हो गया.
एक सप्ताह से थी बिमार
मृतका की पहचान पटना के खिरीमोड थाना क्षेत्र के मुंगीला निवासी बिनोद बिंद की 35 साल की पत्नी सुशीला देवी के रूप में की गई है. मिली जानकारी अनुसार महिला को पिछले एक सप्ताह से बुखार था. जब यूपी में काम करने वाले उसके पति को इसकी जानकारी मिली तो वो गांव पहुंचा और स्थानीय डॉक्टर से महिला का इलाज कराया.
सोमवार को तबीयत ज्यादा खराब होने पर महिला का पति उसे सदर अस्पताल अरवल ले गया और इलाज के लिए पर्ची कटवाई. स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा कोरोना जांच की गई, जिसमें वह पॉजिटिव पाई गई. सांस लेने में ज्यादा दिक्कत होता देख डॉक्टरों ने ऑक्सीजन और एम्बुलेंस नहीं उपलब्ध होने की बात कह कर महिला को करपी अस्पताल ले जाने की सलाह दी.
ऑटो से पत्नी को करपी लेकर जा रहा था
पति डॉक्टरों के कहने के बाद महिला का पति ऑटो से उसे करपी लेकर जा रहा था. इसी दौरान करपी-इमामगंज मुख्य पथ पर बंधू बिगहा के पास महिला ने दम तोड़ दिया. मौत की जानकारी मिलते ही ऑटो चालक ने महिला का शव सड़क पर उतार दिया और चलता बना. इधर, परेशान पति सड़क पर रोता बिलखता रहा. मदद की इंतजार में घंटों बैठा रहा.
थोड़ी देर बाद महिला के संबंधी ऑटो से आए और शव को दाह संस्कार के लिए लेकर मुंगिला की ओर चल दिए. इस संबंध में स्थानीय मुखिया रेखा देवी ने बताया कि महिला काफी गरीब थी. उसके परिजनों की हर सम्भव मदद की जाएगी और उसके संपर्क में जो भी आए हैं, उनकी कोरोना जांच करवाई जाएगी ताकि और लोग संक्रमित न हों.