इस साल की शुरुआत में लगा था कि कोरोना वायरस कमजोर पड़ गया है। लेकिन अब आए दिन कोरोना वायरस नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। कोरोना की दूसरी लहर भारत समेत पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र में कहर ढहा रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण एशिया में कोरोना वायरस के मरीज एक करोड़ पचास लाख से ज्यादा हो गए हैं। भारत में संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ रहा है, रोजाना एक लाख से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। साथ ही भारत टीके की कमी से भी जूझ रहा है। दक्षिण एशिया के देशों भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, भूटान, नेपाल, मालदीव और श्रीलंका में दुनियाभर के मुकाबले 11 फीसदी संक्रमण के मामले और छह फीसदी मौतें हुई हैं। इस क्षेत्र में विश्व की 7.59 अरब लोगों की आबादी का 23 फीसदी है।
भारत सर्वाधिक कोरोना के मामलों में तीसरे नंबर पर है। वहीं दक्षिण एशिया में लगभग 84 फीसदी से ज्यादा कोरोना केस और मौतें भारत में हुई हैं। भारत दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है, यहां पिछले 24 घंटों में लगभग 145,384 नए मामले दर्ज हुए हैं, जो दुनिया में संक्रमित होने की सबसे तेज दर है। सरकार का कहना है कि लोग भीड़ भाड़ वाली जगहों पर भी मास्क का उपयोग नहीं करते हैं इसलिए संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अब राज्य भी कोरोना वैक्सीन की कमी से जूझ रहे हैं। कुछ राज्यों ने टीकाकरण रोकने की भी बात कही है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार समय पर वैक्सीन उपलब्ध नहीं करा रही है।
पाकिस्तान में जारी तीसरी लहर
भारत का पड़ोसी पाकिस्तान इसी तरह की स्थिति से गुजर रहा है। वहां तीसरी लहर में 700,000 से अधिक मामलों के साथ 15,000 से अधिक मौत दर्ज हुई है। पिछले 10 दिनों में मामलों में काफी तेजी देखी गई है।
बांग्लादेश का हाल-बेहाल
भारत के पूर्वी पड़ोसी बांग्लादेश में प्रतिदिन 7,000 मामले दर्ज हो रहे हैं। जिसमें कुल 678,937 मामले हैं। भारत ने बांग्लादेश को एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की दस लाख से ज्यादा खुराकें दी हैं।