पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को माफियाओं के दखल के बिना निपटाने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है. बात करें मेरठ रेंज की तो मेरठ और आसपास के जिलों के जेल में बंद माफियाओं और कुख्यात बदमाशों की ऐसी लिस्ट तैयार की गई है, जो पंचायत चुनाव में दखल रखते हैं. ऐसे बदमाशों की पेशी अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कराने की तैयारी की जा रही है. यह जानकारी आईजी (मेरठ रेंज) प्रवीण कुमार ने दी.
दरअसल, उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव सिर पर है और ऐसे में बदन सिंह बद्दो, उधम सिंह, योगेश भदौड़ा और सुनील राठी जैसे कुख्यातों की धरती कहे जाने वाली वेस्ट यूपी में चुनाव बिना किसी खून खराबे के संपन्न कराना पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज है. पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस ने स्ट्रेटजी तैयार की है. आईजी रेंज प्रवीण कुमार की मानें तो पंचायत चुनाव में हिंसा और अवैध शराब रोकना दो बड़े टास्क हैं. हिंसा रोकने के लिए कुख्यातों को चुनाव और आम लोगों से दूर रखने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए जेल में बंद कुख्यात बदमाशों की पेशी अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कराने की तैयारी की जा रही है.
अवैध शराब की तस्करी रोकने की कोशिश
इसके अलावा अवैध शराब की आमद रोकने के लिए हरियाणा बॉर्डर पर सिक्योरिटी कड़ी कर दी गई है. इसके अलावा इंटरस्टेट कोआर्डिनेशन के माध्यम से भी शराब तस्करी रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं. खादर इलाके में कच्ची शराब बनाने वालों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है. आईजी ने भरोसा दिलाया कि पंचायत चुनाव में कानून का उल्लंघन करने वालों पर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत काम किया जाएगा, ताकि चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से निपटाया जा सके.