उत्तर प्रदेश के देवरिया के एक निजी हॉस्पिटल से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां आरोप है कि एक गर्भवती महिला के सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान पेट के ही अंदर तौलिया (गाज पट्टी) छोड़ दिया गया और टांका लगा दिया. इतना ही नहीं तीन महीने तक उस महिला का इलाज चलता रहा, आराम नहीं हुआ तो हर्निया बताकर उसे रेफर कर दिया. दरअसल, यह मामला देवरिया के एक निजी हॉस्पिटल का है, यहां एक गर्भवती महिला का इलाज हो रहा था. अगस्त माह डिलीवरी होने वाली थी, वह अपने मायके गौरीबाजार गई और 12 अगस्त को एक हॉस्पिटल में भर्ती हो गई. ऑपरेशन के बाद महिला ने बच्चे को जन्म दिया. महिला का कहना है कि ऑपरेशन के बाद उसे पेट दर्द होता रहा, उल्टी होती रही. एनीमिया बीमारी बताकर उसका इलाज नवंबर तक होता रहा, बाद में हर्निया बताकर गोरखपुर रेफर कर दिया गया.
गोरखपुर में भी जब आराम नहीं हुआ तो उसका इलाज लखनऊ में शुरू हुआ. लेकिन उसका पेट दर्द खत्म नहीं हुआ. इस बीच वह अपने गांव लौटी तो किसी ने सलाह दी कि गोरखपुर में एक प्राइवेट हॉस्पिटल को दिखाए. वह 29 जनवरी को वहां भर्ती हुई तो 2 फरवरी को उसके पेट का बड़ा ऑपरेशन किया गया तो डॉक्टर्स हैरान रह गए. ऑपरेशन कर उस महिला के पेट के अंदर से तौलिया निकाला गया. अंदर तौलिया होने की वजह से अंदर संक्रमण फैल चुका था, बच्चेदानी भी सड़ चुकी थी उसे भी निकालना पड़ा. फिलहाल महिला की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.
महिला के पति का कहना है कि वह दिहाड़ी मजदूर है उसके छोटे-छोटे तीन बच्चे हैं जो अब रिश्तेदारों के यहां रह रहे हैं. इलाज कराते हुए उसका खेत बिक गया है, गहना बंधक है. इस पूरे मामले पर सीएमओ आलोक पांडेय ने जांच बिठा दी है, वहीं डीएम ने भी एसडीएम के नेतृत्व में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. सीएमओ देवरिया आलोक पांडेय ने बताया कि उक्त हॉस्पिटल के खिलाफ मेरे पास सूचना आई है. सूचना यह मिली है कि ऑपरेशन में कुछ पैड छूट गया है. एडिशनल सीएमओ से कहा गया है कल शाम तक जांच कर रिपोर्ट दें. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी.