उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कोरोना मरीजों की मदद के लिए बनाए गए कोविड-19 कंट्रोल रूम (Covid-19 control room) में कर्मचारियों के डांस करने का एक वीडियो सामने आया है. ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी शेयर हो रहा है. इस वीडियो में कर्मचारी काम छोड़कर बॉलीवुड फिल्म के गाने पर डांस करते नज़र आ रहे हैं. इस वीडियो ने सामने आने के बाद पूरे महकमे में खलबली मच गयी है और स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ डीएस नेगी ने पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब की है. इस घटना के सामने आने के बाद अब तक 5 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा चुका है.
इस वीडियो के सामने आने के बाद सेवा दे रही कंपनी और कर्मचारियों को शॉ कॉज नोटिस थमा दिया गया है. ये वीडियो कैसरबाग स्थित स्वास्थ्य महानिदेशालय के चौथे तल पर स्टेट कोविड कंट्रोल रूम का है. यहां लोग कोरोना से जुड़े अपने सवालों के जवाबों के लिए प्रदेश भर से फोन करते हैं. इसी के जरिए संक्रमितों की अस्पताल में भर्ती से लेकर इलाज-जांच में परेशानी, डॉक्टर-कर्मचारी के व्यवहार को लेकर भी लोगों की शिकायत दर्ज की जाती है. ये वीडियो 12 फरवरी का बताया जा रहा है जब कर्मचारी ‘लुंगी डांस’ करते नज़र आ रहे हैं. कर्मचारियों की इस हरकत के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी हैरान हैं.
अजब-गजब: #लखनऊ के कोविड-19 कंट्रोल रूम में कर्मचारी अचानक करने लगे लुंगी डांस, Video वायरल होते ही मचा बवाल#Lucknow @CMOfficeUP @lkopolice @Uppolice @MoHFW_INDIA @CsSaurabhshukla @kgmulucknow @Suryakantkgmu @SureshKKhanna @swatantrabjp https://t.co/reA8zWyU8F pic.twitter.com/NzRscopAm3
— Divyansh Rastogi (@DivyanshRJ) February 19, 2021
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ डीएस नेगी ने बताया कि जिस कोविड कंट्रोल रूम को कोरोना मरीजों की परेशानी सुनने और उसका समाधान खोजने के मकसद से बनाया गया वहां इस तरह की हरक़त को माफ़ नहीं किया जा सकता. उधर जानकारों का कहना है कि कोविड केस घटने के चलते कंट्रोल रूम के कर्मचारियों के पास अब ज्यादा काम नहीं है और ये उसी का नतीजा है. स्वास्थ्य महानिदेशक के निर्देश पर सेवा प्रदाता कंपनी ने ड्यूटी के दौरान ठुमके लगाने वाले सुपरवाइजर समेत पांच कर्मचारियों की पहचान कर नौकरी से छुट्टी कर दी गई हैं. इसके साथ ही निदेशालय ने सेवा प्रदाता कंपनी को नोटिस जारी कर दिया है. नेगी ने बताया कि सेवा प्रदाता को कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा गया है ताकि ऐसी घटना दोबारा सामने आनी नहीं चाहिए.