कलयुग यानि तकनीकी युग, जिसने भी युग की नींव रखी, वह बखूबी जानता था कि इस धरती को एक दिन तकनीक से चलाया जाएगा। इस वक्त कई देश अपने टैक्नोलॉजी को बढ़ाने में जुटे हैं। वे अपने टैक्नोलॉजी को न केवल अपने देश का विकास कर रहे हैं बल्कि स्पेस पर भी अपनी शक्ति बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। कितने ही देश इस वक्त सौरमंडल पर जीवन खंगालने के प्रयास में लगे हैं और इस कॉम्पिटीशन में लगे हैं कि कौन इस रहस्य का सबसे पहले पर्दा उठाएगा। इस रेस में अमेरिका, ब्रिटेन के अलावा चीन भी शामिल है। हाल ही में, चीन ने अपने रोबोटिक स्पेसक्राफ्ट (Robotic Spacecraft) को इस मिशन पर भी भेज दिया है।
जी हां, चीन ने अपने रोबोटिक स्पेसक्राफ्ट को चांद की सतह पर वहां की मिट्टी लाने के लिए भेज दिया है। वैसे तो चांद अक्सर ये कहता रहता है कि सबसे पहले वह चांद पर इंसानों को भेजेगा और वहां राज करेगा, लेकिन उसके हालिया मिशन के बाद अमेरिका से लेकर कई ताकतवर देश भी चिंता में पड़ गए हैं। बता दें कि, चीन ने Chang’e 5 नाम से चांद मिशन (Moon Mission) लॉन्च किया है। Chang’e 5 का नाम चीन ने चांद की देवी (Goddess Of Moon) पर रखा है।
इसकी जानकारी देश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिझियान ने दी। इसके साथ ही झाओ ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से स्पेस को एक्सप्लोर करना इंसानों का आमहित है। चीन के मिशन का टार्गेट Mons Rumker है। यह 4,265 फुट ऊंचा ज्वालामुखी का मैदान है। यह Oceanus Procellarum के पास मौजूद है। इस मिशन के जरिए चीन चांद की मिट्टी और ज्वालामुखी की चट्टान का सैंपल धरती पर लाएगा। चांद से मिट्टी लाना चीन के लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है।
चीन की ऐसी स्पीड को देखते हुए ऑस्ट्रेलियन स्ट्रैटिजिक पॉलिसी इंस्टिट्यूट के सीनियर ऐनलिस्ट डॉ. मैलकम डेविस भी कह चुके हैं कि उन्हें लगता है कि चीन अगर ऐसे ही तेजी करता रहा तो वह स्पेस पर राज कर सकता है। हालांकि, चीन के इस मिशन ने अमेरिका की नींद उड़ा दी है। चीन से कई ज्यादा अमेरिका की स्पेस एजेंसी (NASA) स्पेस मिशन (Space Mission) को लॉन्च कर चुका है। इस तरह चीन और अमेरिका के बीच स्पेस मिशन को लेकर मुकाबले की टक्कर देखने को मिल सकती है।