आठ साल बाद टीम इंडिया में वापसी करने वाले करुण नायर को इंग्लैंड दौरे पर शुरुआती तीनों मैचों में मौका मिला जिनमें वह बुरी तरह से फेल हुए। नतीजा ये रहा कि चौथे टेस्ट मैच में नायर को प्लेइंग-11 में जगह नहीं मिली। सभी को लग रहा था कि नायर को खराब फॉर्म के कारण टीम से बाहर किया गया है, लेकिन भारत के बैटिंग कोच सितांशु कोटक ने बताया है कि नायर फॉर्म के कारण बाहर नहीं गए।
नायर को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में बाहर कर साई सुदर्शन को मौका दिया गया। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने पहली पारी में अर्धशतक जमाया था। हालांकि, दूसरी पारी में वह खाता तक नहीं खोल सके और आउट हो गए।
इस कारण हुए बाहर
चौथे दिन शनिवार का खेल खत्म होने के बाद कोटक ने बताया है कि नायर को क्यों टीम से बाहर किया गया। उनका कहना है कि टीम मैनेजमेंट नायर को दबाव मुक्त रखना चाहता है। कोटक ने कहा, “प्लेइंग-11 का चयन गौतम और गिल के हाथों में है। अगर मैं सेलेक्शन ग्रुप का हिस्सा होता तो भी मुझे नहीं लगता है कि इस बारे में बात यहां की जानी चाहिए। उन्होंने कहा था कि हम नायर का समर्थन करेंगे। अगर आप इस सीरीज में उनका प्रदर्शन देखें तो उन्होंने खराब बल्लेबाजी नहीं की है। उन्हें हर समय अच्छी शुरुआत मिली है। कई बार टीम मैनेजमेंट को लगता है कि नायर पर दबाव बढ़ रहा है और ये चौथे टेस्ट में और ज्यादा बढ़ सकता है। वो वह बदलाव कर सकते हैं। इसका ये मतलब नहीं है कि टीम मैनेजमेंट उनका सपोर्ट नहीं कर रहा।”
नायर ने इस सीरीज की छह पारियों में 131 रन बनाए हैं जिसमें उनका बेस्ट 40 रन रहा है। वह अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए थे और दबाव में आकर कई बार गलत शॉट खेल आउट हो गए थे।
भविष्य का क्या होगा?
अब देखना ये होगा कि नायर आने वाले मैचों या सीरीजों में टीम इंडिया का हिस्सा बन पाते हैं या नहीं। नायर ने 2016 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में शतक जमाया था। ये उनका पहला टेस्ट शतक था जिसे वह तिहरे में बदलने में सफल रहे थे। हालांकि, इसके बाद वह दोबारा इस तरह की पारी नहीं खेल सके और टीम इंडिया से बाहर कर दिए गए। घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बनाने के कारण आठ साल बाद उनकी वापसी रही जो फीकी साबित हुई।