महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अपने उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट जारी कर दी है। जिसमें दो प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। एनसीपी ने मोर्शी विधानसभा सीट से देवेंद्र महादेवराव भुयार और भोर विधानसभा सीट से शंकर हिरामण मांडेकर को मैदान में उतारा है। एनसीपी इससे पहले प्रत्याशियों की तीन सूची जारी कर चुकी है।
एनसीपी ने अब तक उतारे 51 प्रत्याशी
इससे पहले एनसीपी ने कुल 49 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, चौथी लिस्ट के साथ ही पार्टी अब तक 51 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से यहां पर राजनीतिक घटनाक्रम तेज हो गया है। सत्ता पक्ष के गठबंधन महायुति और विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी में शामिल दलों द्वारा हर दिन किसी न किसी प्रत्याशी की घोषणा की जा रही है। महायुति में शामिल भाजपा ने अब तक 146 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। इससे पहले शिवसेना ने सोमवार को 15 उम्मीदवारों की अपनी तीसरी सूची जारी की थी। शिवसेना तीनों सूची मिलाकर अब तक 78 उम्मीदवारों को मैदान में उतार चुकी है। अधिकांश मौजूदा विधायकों (40) को दोबारा मौका दिया गया है। सोमवार तक 288 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 3,259 उम्मीदवारों ने लगभग 4,426 नामांकन पत्र दाखिल किए थे। महाराष्ट्र में एक ही चरण में चुनाव होना है। 20 नवंबर को मतदान का प्रयोग करेंगे, वहीं नतीजों की घोषणा 23 नवंबर को होगी।
टिकट कटने पर एकनाथ शिंदे के विधायक ने छोड़ा खाना-पानी, खूब रोए और घर छोड़ निकले
इस बीच पालघर विधानसभा सीट पर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने कैंडिडेट उतारा तो मौजूदा विधायक श्रीनिवास वनगा डिप्रेशन में चले गए हैं। उन्हें एकनाथ शिंदे सेना ने टिकट नहीं दिया है। इससे वह बेहद आहत हैं और खबर मिल रही है कि 12 घंटे से वह लापता हैं। उन्होंने सोमवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गुस्सा उतारा था और उसके बाद से ही उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। उनके परिवार के लोगों का कहना है कि वह इतने आहत हैं कि दो दिनों से खाना-पानी ही छोड़ रखा है। उनका कहना था कि मैंने एकनाथ शिंदे और पार्टी का साथ दिया और बदले में मुझे यह इनाम मिला है। परिवार के लोगों का कहना है कि उनके मन में तो आत्महत्या तक का विचार आ रहा था। यही नहीं परिवार के लोगों का कहना है कि बीती रात से उन्हें भी विधायक के बारे में जानकारी नहीं है कि वह कहां हैं। इस बीच एक मराठी चैनल के मुताबिक एकनाथ शिंदे ने श्रीनिवास वनगा की पत्नी को फोन किया था और कहा कि वह उन्हें राजी कर लें। इस पर सुमन वनगा ने कहा कि वह मेरी भी नहीं सुन रहे हैं और घर से ही कहीं चले गए हैं। वहीं श्रीनिवास की पत्नी ने कहा कि चीफ मिनिस्टर ने हमसे वादा किया है कि उन्हें विधानसभा चुनाव में मौका न देने की एवज में विधान परिषद भेजा जाएगा। फिलहाल श्रीनिवास वनगा के फोन बंद हैं। परिवार के लोगों का कहना है कि वह शाम को 8 बजे के करीब निकले थे और उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। इससे पहले उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और बेहद भावुक हो गए थे। उन्होंने कहा था कि मैंने पूरी ईमानदारी के साथ एकनाथ शिंदे के साथ काम किया, लेकिन इसका मुझे यह फल मिला है।