हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले से अत्यधिक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। लगातार 4 दिन की बारिश ने प्रदेश को काफी नुकसान पहुंचाया है इस बीच कुल्लू जिले से अब तक कुल 20 शव बरामद किए गए हैं। 8 जुलाई से लेकर 12 तारिख तक हुई लगातार भारी वर्षा के कारण कई क्षेत्रों में भारी बाढ़ तथा भूस्खलन देखने को मिले, जिसमें कई लोगों के दबने तथा लापता होने के संदेह है। स्थानीय पुलिस द्वारा बचाव तथा राहत कार्य युद्ध स्तर पर लगातार जारी है और लोगों से ना घबराने की अपील की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक कुल 20 बरामद शव में से 11 शवों की पहचान नहीं हो पाई है। वहीं उक्त शवों में से 10 शव ब्यास नदी में से मिले हैं और बाकि के 7 श्रद्धालुओं के शव श्रीखण्ड यात्रा के रास्ते में मिले हैं। बताया जा रहा है कि उनकी मृत्यु अत्यधिक ठंड तथा ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है। इसके अतिरिक्त 1 शव लंकाबेकर, 1 पतलीकुलह व 1 शव ब्रौ क्षेत्र में भूस्खलन के कारण मलवे के नीचे से मिला है।
बताया जा रहा है कि कुल बरमाद शवों में से 17 शव पुरषों के तथा 3 शव महिलाओं के बताए जा रहे हैं। वहीं बीती रात हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया गया कि हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान 91 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 16 लापता हैं। हिमाचल प्रदेश में अब तक संपति का 2108.37 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चूका है। इस दौरान हिमाचल में अब तक लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड से कुल 33 मौतें हुई हैं। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश में 5197 जल योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिनमें से 4037 ठीक कर दी गई हैं और 592 पशुओं का नुकसान हुआ है।