“पद्म पुरस्कार मेरी किस्मत है। मेरी मेहनत की पहचान। मुझे नहीं लगता कि एक महिला के रूप में मेरी जिम्मेदारी परिवार तक सीमित है। समाज मेरे परिवार की निरंतरता है। मेरी वेब सीरीज ‘आरण्यक’ में एक सामाजिक संदेश है। ‘आरण्यक’ में हमने दिखाया है कि हर महिला पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ न्याय करते हुए अपने करियर में खुद को साबित करने के लिए कितनी मेहनत करती है। मैं दो बच्चों की परवरिश कर रहा हूं। दोनों बीस से ऊपर हैं। वे मेरे दोस्त और रिश्तेदार हैं। बड़ी-बड़ी पढ़ाई, नौकरी.. इन सबसे ऊपर मेरी इच्छा उन्हें बेहतर नागरिक और इंसान बनाने की है।
मुझे हर बार दुख होता है जब सोशल मीडिया अर्थहीन कहानियां बुनता है। यदि आप कोई अच्छा कार्य भी करते हैं तो उसे गुप्त रूप से करने में ही भलाई है। वरना कहा जाता है कि उन्होंने यह सब कुछ एक निश्चित पद या पुरस्कार के लिए किया। जीवन में कठिनाइयों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्हें साहस के साथ स्वीकार करें। रवीना टंडन ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, ‘मैं अपने बच्चों से यही कहती हूं।