देश में 5जी की सफल शुरुआत के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को भारत 6जी विजन डॉक्यूमेंट की घोषणा की और 6जी अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) टेस्ट बेड लॉन्च किया।
यहां विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम के दौरान नए अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) के क्षेत्रीय कार्यालय और नवाचार केंद्र का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि 6जी आरएंडडी टेस्ट बेड देश में नई तकनीक को तेजी से अपनाने में मदद करेगा।
सरकार ने कहा कि भारत 6जी विजन डॉक्यूमेंट और 6जी टेस्ट बेड देश में नवाचार, क्षमता निर्माण और तेजी से प्रौद्योगिकी अपनाने के लिए एक सक्षम वातावरण प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत 4जी से पहले दूरसंचार प्रौद्योगिकी का केवल एक उपयोगकर्ता था, लेकिन आज यह दुनिया में दूरसंचार प्रौद्योगिकी का सबसे बड़ा निर्यातक बनने की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, “भारत 5जी की ताकत से पूरी दुनिया की कार्य संस्कृति को बदलने के लिए कई देशों के साथ काम कर रहा है।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “ये 100 नई लैब भारत की अनूठी जरूरतों के हिसाब से 5जी एप्लिकेशन विकसित करने में मदद करेंगी। 5जी स्मार्ट क्लासरूम हो, खेती हो, इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम हो या हेल्थकेयर एप्लिकेशन, भारत हर दिशा में तेजी से काम कर रहा है।”
यह देखते हुए कि भारत के 5जी स्टैंडर्ड्स वैश्विक 5जी सिस्टम का हिस्सा हैं, उन्होंने कहा कि भारत भविष्य की तकनीकों के मानकीकरण के लिए आईटीयू के साथ मिलकर काम करेगा। उन्होंने कहा कि नया भारतीय आईटीयू क्षेत्र कार्यालय 6जी के लिए सही वातावरण बनाने में भी मदद करेगा।
उद्योग जगत ने देश में 6जी टेस्ट बेड शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री के कदम की सराहना की।
टेलिकॉम सेक्टर स्किल काउंसिल (टीएसएससी) के सीईओ अरविंद बाली ने कहा, “6जी उच्च मांग वाले परि²श्यों और 2030 तक लगभग 10 करोड़ सक्रिय 6जी उपकरणों के लिए अनुमानित रूप से कम विलंबता और कम जिटर रेट के साथ अत्यधिक गति प्रदान करने की संभावना रखता है।”
उन्होंने कहा, “शैक्षणिक अनुसंधान, उद्योग और स्टार्टअप के लिए एक मंच प्रदान करके, 6जी टेस्ट बेड कुशल और अभिनव कार्यबल के विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।”
पिछले साल अगस्त में पीएम मोदी ने कहा था कि सरकार इस दशक के अंत तक 6जी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है।