पाकिस्तान भीषण जल त्रासदी की मार झेल रहा है। वहां बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। चारों तरफ पानी-पानी दिख रहा है। लोग खाने-पीने को तरस रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का भी कहना है कि पाकिस्तान में हेल्थ सिस्टम धराशायी हो चुका है। इसी बीच पाकिस्तान सरकार ने बताया है कि किस प्रकार पानी तांडव मचा रहा है और यह भी कहा कि शहरों से बाढ़ का पानी हटने में कम से कम 6 महीने लग सकते हैं। वहीं इस बाढ़ से पाकिस्तान में करीब तीन करोड़ लोग बेघर हुए हैं।
सिंध अब तक सबसे ज्यादा प्रभावित प्रांत
दरअसल, डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने रविवार को कहा कि प्रांत के बाढ़ प्रभावित इलाकों से पानी निकालने में तीन से छह महीने का समय लगेगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों ने बाढ़ के पानी को रोकने के लिए संघर्ष जारी रखा है। बाढ़ से सिंध अब तक सबसे ज्यादा प्रभावित प्रांत है, जहां सबसे ज्यादा मौतें सामने आई हैं। देश भर में हुई 1396 मौतों में से सिंध में अकेले 578 मौत हुई है।
जलवायु परिवर्तन से मिलकर लड़ने की वकालत
एनडीएमए के हालिया अपडेट के अनुसार सिंध में घायलों की संख्या 8321 है, जबकि पूरे देश में कुल 12728 लोग घायल हुए हैं। कराची में मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य की मौजूदा स्थिति और विनाशकारी बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए पूरी दुनिया को एक साथ आना होगा। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने भी पाकिस्तान की मदद करने के लिए दुनिया का आह्वान किया है।
करीब 35 मिलियन लोग विस्थापित हुए
उन्होंने कहा कि लगभग 35 मिलियन लोग विस्थापित हुए हैं, जबकि लाखों एकड़ उपजाऊ भूमि बाढ़ के चलते प्रभावित हुई है। उन्होंने आगे कहा कि सिंध में किसानों को लगभग साढ़े तीन अरब रुपये का नुकसान हुआ है जबकि पशुधन क्षेत्र को 50 अरब रुपये का नुकसान हुआ है। कुछ इलाकों में कम से कम आठ से 10 फीट पानी है। यहां तक कि उन जगहों पर भी जहां बारिश कम हो रही है, स्थिति ऐसी नहीं है कि लोग वापस लौट सकें।
सामान्य से 10-11 गुना बारिश लगातार हुई
मुराद अली शाह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में इस साल अभूतपूर्व बारिश हुई है। इस साल सामान्य से 10-11 गुना बारिश हुई. सरकार लोगों के पुनर्वास पर काम कर रही है, और प्रांत के जल निकासी और सिंचाई नेटवर्क पर काम कर रही है। हमें लगता है कि पानी निकलने में तीन से छह महीने लगेंगे। सिंध के सीएम ने यह भी स्वीकार किया कि प्रांत टेंट और दवाओं की कमी का सामना कर रहा था।
उधर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने विनाशकारी बाढ़ के पीड़ितों के लिए ‘अभूतपूर्व समर्थन’ के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस को धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा कि उनकी दो दिवसीय यात्रा मानव त्रासदी के बारे में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण रही है। भीषण गर्मी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और शिविरों के अपने दौरे के दौरान, गुटेरेस ने उस तबाही को देखा जिसने पाकिस्तान को अपनी चपेट में ले लिया था। उनकी आवाज बाढ़ पीड़ितों की आवाज बन गई है। जलवायु परिवर्तन के बारे में उन्होंने जो कहा, उस पर दुनिया को ध्यान देना चाहिए।’