पाकिस्तान (Pakistan) के बलूचिस्तान (Balochistan) में बाढ़ से तबाही के हालात हैं. यहां लासबेला में बाढ़ राहत कार्यों में लगा सेना का हेलिकॉप्टर (helicopter) गायब हो गया. इस हेलीकॉप्टर का एटीसी से संपर्क टूट गया है. पाकिस्तान के DG ISPR ने ट्वीट किया- ‘पाकिस्तानी सेना का एक विमानन हेलीकॉप्टर बलूचिस्तान के लासबेला में बाढ़ राहत अभियान में लगा था, इसका एटीसी से संपर्क टूट गया है.
इस हेलिकॉप्टर में कोर कमांडर समेत 6 लोग सवार थे. ये सभी लोग बलूचिस्तान में बाढ़ राहत कार्यों की निगरानी कर रहे थे. फिलहाल, देर रात तक हेलिकॉप्टर के बारे में कोई पता नहीं चला है. पाकिस्तान के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि खराब मौसम के कारण सर्च अभियान रोक दिया गया है. मंगलवार सुबह फिर से तलाश शुरू करेंगे.जानकारी के मुताबिक, क्वेटा स्थित 12 कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सरफराज अली और डीजी कोस्ट गार्ड समेत पाकिस्तानी सेना के पांच अधिकारी इस हेलिकॉप्टर पर सवार होना बताए गए हैं.
बताते चलें कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान में भारी बाढ़ आई है. इसमें अब तक 127 लोगों की मौत हो गई है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने बाढ़ प्रभावित बलूचिस्तान प्रांत का दौरा किया और प्रभावित लोगों को उनके बचाव और पुनर्वास में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. रविवार को पाकिस्तानभर में मानसूनी बारिश और अचानक आई बाढ़ से मरने वालों की संख्या 320 तक पहुंच गई है.
बलूचिस्तान प्रांत भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है. प्रधानमंत्री शरीफ ने शनिवार को क्वेटा का दौरा करने के बाद बाढ़ के दौरान मारे गए या विस्थापित लोगों के लिए मुआवजे के पैकेज की घोषणा की. पिछले पांच हफ्तों से पाकिस्तान में भारी मानसून बारिश और अचानक बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं.
जून के मध्य से मॉनसून की बारिश से नदियां उफान पर आ गई हैं और राजमार्गों और पुलों को नुकसान पहुंचा है, जिससे पूरे देश में यातायात बाधित हो गया है. पीएम शरीफ ने कहा कि बलूचिस्तान में लगभग 13,000 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा मौत दर्ज की गई हैं.
इसके बाद सिंध में पाकिस्तान का सबसे बड़ा शहर कराची भी शामिल है, जहां पांच हफ्तों में बारिश से संबंधित घटनाओं में लगभग 70 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. राष्ट्रीय और प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में भी लगभग 60 और पंजाब में 50 अन्य मौतें हुई हैं.
शाहबाज शरीफ ने प्रत्येक पीड़ित के लिए दस लाख रुपये के मुआवजे के पैकेज देने का ऐलान किया है. पाकिस्तानी सेना, फ्रंटियर कॉर्प्स और पीडीएमए के बचावकर्मी बलूचिस्तान के सभी बाढ़ प्रभावित हिस्सों में बचाव और राहत अभियान चला रहे हैं. इस अभियान में अब तक बलूचिस्तान के लासबेला और झाल मगसी जिलों में फंसे हजारों लोगों को बचाया जा चुका है.
बाढ़ ने क्वेटा, पिशिन, जाफराबाद, खुजदार, कोहलू, बरखान, लासबेला और झाल मगसी जिलों में लगभग 13,000 मिट्टी की दीवारों वाले घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया है. बाढ़ के कारण पाकिस्तान और ईरान के बीच रेल सेवा भी स्थगित कर दी गई है क्योंकि दोनों देशों के बीच रेलवे ट्रैक के विभिन्न हिस्से बह गए हैं.