उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता का शनिवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। शनिवार की देर रात साधना का पार्थिव शरीर राजधानी लखनऊ में पहुंचा। रविवार को उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए मुलायम सिंह के आवास पर रखा जाएगा। उसके बाद दोपहर एक बजे उनका अंतिम संस्कार पिपराघाट पर होगा। साधना गुप्ता की मृत्यु की जानकारी मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने ट्वीट कर दी।
साधना की अंतिम यात्रा 12 बजे से होगी शुरू
मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता को सांस लेने की दिक्कत थी जिसके बाद उन्हें 4 दिन पहले ही मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। जहां शनिवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। 65 वर्षीय साधना गुप्ता पोस्ट कोविड इंफेक्शन से पीड़ित थी और इसी के वजह से तबियत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। साधना गुप्ता के निधन के बाद सपा सहित विपक्ष के नेताओं ने उनकी मृत्यु पर शोक जताया है। जानकारी के अनुसार साधना गुप्ता की अंतिम यात्रा दोपहर 12 बजे शुरू होगी और पिपराघाट तक जाएगी, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
दोनों बेटों को बताया अनमोल रतन
साधना गुप्ता का सैफई से काफी लंबा जुड़ाव रहा है क्योंकि मुलायम परिवार में होने वाले विवाह समारोह के अलावा पारिवारिक कार्यक्रमों में हिस्सेदारी करने के लिए हमेशा पहुंचती रही हैं। पारिवारिक कलह हुई तो उन्होंने प्रतीक यादव और अखिलेश यादव को अपना अनमोल रतन बनाया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अखिलेश और प्रतीक यादव मेरी दो आंखें हैं। आपको बता दें कि साधना गुप्ता वास्तविकता में मुलायम की जिंदगी में 1988 में आईं और 1989 में मुलायम सीएम बन गए। इसके बाद से ही वह साधना को लकी मानने लगे। यह सब कुछ पता तो सबको था लेकिन घर में कोई कहता कुछ नहीं था। यह सब सामने तब आया जब मुलायम ने 2007 में आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक शपथपत्र दिया।