केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को सिंगल नोडल एजेंसी (एसएनए) डैशबोर्ड को लॉन्च (Launch of Single Nodal Agency (SNA) Dashboard) किया। सीतारमण ने कहा कि एसएनए ‘डैशबोर्ड’ शासन व्यवस्था को अधिक पारदर्शी बनाने के साथ केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को भेजे गए एक-एक रुपये का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करेगा।
सीतारमण ने वित्त मंत्रालय के आजादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम) के तहत यहां आयोजित ऐतिहासिक साप्ताहिक समारोह के दौरान एकल नोडल एजेंसी (एसएनए) ‘डैशबोर्ड’ की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस ‘डैशबोर्ड’ का उद्देश्य केंद्र के राज्यों को भेजे गए एक-एक पैसे और उसके उपयोग को सुनिश्चित करना है। इसके साथ ही एसएनए ‘डैशबोर्ड’ भुगतान को भी आसान करेगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र प्रायोजित योजनाओं के जरिए राज्यों को करीब 4.46 लाख करोड़ रुपये स्थानांतरित किए जाते है। यह ‘डैशबोर्ड’ खर्च की गई राशि के बारे में और अधिक पारदर्शिता प्रदान करेगा।
इस अवसर पर वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने कहा कि इस प्रणाली से ब्याज व्यय में कटौती करने में मदद मिलेगी, क्योंकि पैसा उस स्तर पर जारी किया जाएगा जहां इसकी जरूरत होगी।
उल्लेखनीय है कि सिंगल नोडल एजेंसी डैशबोर्ड सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन सुधारों के लिए साल 2021 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य केंद्र सरकार से प्रायोजित योजनाओं के लिए धन जारी करने और उसके उपयोग की निगरानी करना है। अब प्रक्रिया को संशोधित कर दिया गया है, जिसे एसएनए मॉडल कहा जाता है। इसके तहत प्रत्येक राज्य को हरेक योजना के लिए एक सिंगल नोडल एजेंसी की पहचान और निर्धारण करना होगा। इसके तहत किसी राज्य को किसी योजना विशेष के लिए दी जाने वाली सभी धनराशि बैंक खाते में जाएगी और अन्य सभी कार्यदायी संस्थाएं इसी खाते से खर्च करेंगी।
डिजिटलीकरण से निपटने के लिए नियामकों को उन्नतशील होना चाहिए
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि नियामकों और अन्य संस्थाओं को डिजिटलीकरण की प्रक्रिया को समझने के लिए अधिक उन्नत और वक्त से आगे होना चाहिए। प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग रोकने के लिए ऐसा करना जरूरी है।
वित्त मंत्री ने आजादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम) के तहत आयोजित कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के प्रतिष्ठित दिवस समारोह में मंगलवार को यह बात कही।
विज्ञान भवन में वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के आइकॉनिक सप्ताह समारोह के दौरान वित्त मंत्री ने अपने संबोधन में डिजिटलीकरण के संदर्भ में सुरक्षा तंत्र की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि 2020 के बाद से आने वाले दशकों में डिजिटल के तरीकों का महत्व और बढ़ता जाएगा। इसके साथ ही शेयर बाजार में जारी अस्थिरता पर उन्होंने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की बिकवाली से लगने वाले झटकों से संभालने का काम खुदरा निवेशक कर रहे हैं। महामारी के दौरान खुदरा निवेशकों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) और राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) को डिजिटलीकरण के लिहाज से समय से आगे रहना चाहिए, ताकि निष्पक्ष और जवाबदेह प्रथाओं को सुनिश्चित किया जा सके और प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग न हो।
इस अवसर पर कॉरपोरेट मामलों के सचिव राजेश वर्मा ने कहा कि मंत्रालय अनुपालन प्रबंधन सहित विभिन्न उपायों को लागू करेगा। उन्होंने कारोबारी सुगमता के लिए प्रौद्योगिकी आधारित मंचों पर जोर दिया। इसके अलावा कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।