Breaking News

राज्यसभा चुनाव : महाराष्ट्र की एमवीए सरकार में फूट, निर्दलियों को साधने में छूट रहे पसीने

महाराष्ट्र (Maharashtra) में राज्यसभा की छह सीटों (Six Rajya Sabha seats) के लिए आगामी 10 जून को होने वाले चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। नवंबर 2019 में छोटे दलों व निर्दलीय विधायकों के समर्थन से शिवसेना (Shiv Sena) के नेतृत्व में बनी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार *Maha Vikas Aghadi (MVA) Govt.) में फूट पड़ गई है। जिन छोटे दलों और निर्दलियों ने उस समय उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को समर्थन दिया था उन्होंने अब किनारा कर लिया है। उन्हें साधने में एमवीए सरकार के पसीने छूट रहे हैं। इसलिए अब एमवीए के तीनों प्रमुख दल शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस के नेता अपने विधायकों को एकजुट रखने में जुटे हैं।

राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha elections) को लेकर एमवीए के नेताओं ने मंगलवार को दक्षिण मुंबई स्थित होटल ट्राईडेंट में पार्टी के विधायकों की बैठक बुलाई जिसमें शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के सभी विधायक शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से लेकर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार और कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खरगे व एच के पाटिल ने उन्हें न केवल राज्यसभा चुनाव का गणित समझाया बल्कि एकजुट रहने के लिए प्रेरित किया।

उसके बाद सभी विधायकों को ट्राईडेंट होटल में ठहराने का इंतजाम किया गया है। लेकिन इस बैठक में एमवीए सरकार को समर्थन दे रही बहुजन विकास आघाड़ी (बीवीए), समाजवादी पार्टी समेत कई निर्दलियों ने हिस्सा नहीं लिया। बीवीए के नेता हितेंद्र ठाकुर ने कहा, उन्हें एमवीए की बैठक में उपस्थित होने के लिए निमंत्रण नहीं मिला है। इसलिए वे बैठक में शामिल नहीं हुए। बीवीए के तीन विधायक हैं।

उद्धव के जवाब का इंतजार : आजमी
सपा के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक अबू आसिम आजमी ने कहा, हमने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है। उनके जवाब का इंतजार है। जवाब नहीं आया तो पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के आदेश पर रणनीति तय करेंगे। हमने 2019 में एमवीए का साथ दिया। लेकिन ढाई साल में इस सरकार ने मुसलमानों के लिए कुछ नहीं किया।

समर्थन के लिए एमवीए नेता संपर्क करें : ओवैसी
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को दावा किया कि एमवीए के किसी भी नेता ने उनसे संपर्क नहीं किया है। ओवैसी ने कहा, यदि हमारा समर्थन चाहिए तो उन्हें हमसे संपर्क करना होगा।

हरियाणा : क्रॉस वोटिंग को लेकर सत्ता पक्ष भी सतर्क
हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों के लिए 10 जून को होने वाले मतदान के मद्देनजर सत्ता पक्ष भी सतर्क हो गया है। कांग्रेस के बाद अब गठबंधन सरकार भाजपा-जजपा और निर्दलीय विधायकों की बुधवार से बाड़ेबंदी करने जा रही है। भाजपा के 40, जजपा के 10 और छह निर्दलीय विधायक मोहाली जिले के न्यू चंडीगढ़ स्थित होटल ओबरॉय सुखविलास में रहेंगे।

चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बनाए गए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भाजपा प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और जजपा प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह विधायकों के साथ संवाद करेंगे। नए विधायकों को चुनाव प्रक्रिया के साथ ही एकजुटता का पाठ भी पढ़ाएंगे।

राजस्थान : कांग्रेस के आठ विधायक कर सकते हैं क्रॉस वोटिंग : चंद्रा
राज्यसभा चुनाव में राजस्थान से भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा ने मंगलवार को दावा किया कि आठ कांग्रेस विधायक क्रॉस वोटिंग कर उनके लिए मतदान कर सकते हैं। चंद्रा ने कहा, पायलट के पास अच्छा मौका है। अगर वह चूके तो फिर 2028 तक सीएम नहीं बन पाएंगे। यहीं नहीं जो आठ विधायक क्रॉस वोट करेंगे, वे भी पार्टी रवैये से खुश नहीं हैं और अपमान के घूंट पी रहे हैं।

देशमुख व मलिक की जमानत पर ईडी ने कहा, कैदियों को वोट का अधिकार नहीं
ईडी ने महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख और मंत्री नवाब मलिक की राज्यसभा चुनाव में वोट देने के लिए 10 जून को एक दिन की जमानत की अर्जी का विरोध किया है। ईडी का कहना है, लोक प्रतिनिधित्व (आरपी) अधिनियम के तहत कैदियों को वोट का अधिकार नहीं है। देशमुख और मलिक दोनों इन दिनों विभिन्न मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में जेल में हैं। राज्यसभा चुनाव में वोट देने के लिए उन्होंने पिछले सप्ताह विशेष अदालत से जमानत की अपील की थी।