‘औरत ने जन्म दिया मर्दों को, मर्दों ने उसे बाजार दिया…’ फिल्म साधना की पंक्तियां आज भी सच साबित हो रही हैं। दिल्ली के हैदरपुर की रहने वाली एक नाबालिग लड़की 16 सितंबर 2021 को लापता हो गई थी। पुलिस ने नाबालिग को खोजा जिसमें पता लगा की लड़की को आगरा में बेचकर राजस्थान भेज दिया गया था। पुलिस ने दिल्ली, आगरा के साथ सीकर का कनेक्शन खंगाला। पुलिस ने नाबालिग लड़की को भगा कर ले जाने, बेचे जाने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। लड़की के लापता होने पर इस संबंध में दिल्ली के पीएस शालीमार बाग में मामला भी दर्ज कराया गया था। काफी कोशिशों के बाद भी मामले का कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस की टीम ने पीड़िता के परिजनों और दोस्तों से मुलाकात की। पीड़िता के घर के आसपास के क्षेत्र में स्थानीय जांच की गई और महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी जुटाई गई।
पूछताछ में पता चला कि नाबालिग लड़की गांव हैदरपुर निवासी नीरज सोनकर नाम के एक स्थानीय लड़के से लगातार संपर्क में थी। नीरज सोनकर और मुस्कान नाम की अन्य आरोपी ने पीड़िता को अपने तीसरे साथी, शीतल के घर आगरा ले गए थे। उसने शीतल की मदद से लड़की को राजस्थान के सीकर निवासी गोपाल लाल को 60,000 रुपये में बेच दिया था। नीरज को उसका हिस्सा 30,000 रुपये पहले ही मिल चुका था। जबकि बाकी हिस्सा शीतल ने रखा था। लड़की को बेचे जाने में सभी शामिल थे। गोपाल लाल ने कथित तौर पर लड़की को राजस्थान के सीकर निवासी अपने साले दानवीर उर्फ दाना से शादी करने के लिए खरीदा था।
पुलिस की टीम ने पहले आगरा और फिर राजस्थान के सीकर का दौरा किया। पुलिस टीम के साथ लड़की का भाई भी था। इस दौरान पुलिस ने कई जगहों पर दबिश दी। नाबालिग लड़की को राजस्थान के सीकर स्थित गोपाल लाल के घर से छुड़ाया गया। गोपाल लाल, नीरज सोनकर और पीड़िता को दिल्ली लाकर थाना शालीमार बाग सौंप दिया गया। गोपाल और नीरज के गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि लड़की से शादी करने वाला दानवीर उर्फ दाना फरार है।