देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर ने कहर बरपाया है, जिससे जिंदगी के साथ-साथ कारोबार का भी भारी नुकसान हुआ है। कोरोना कर्फ्यू लागू होने के बाद कामकाज भी ठप हो गया, जो अभी तक पटरी पर नहीं आ सका।
दूसरी ओर मोदी सरकार द्वारा बनाए गे कृषि कानून के विरोध में करीब 6 महीने से किसानों का आंदोलन भी चल रहा है, जिसका अभी कोई समाधान नहीं निकल सका। इस बीच मोदी सरकार ने 60 साल से ऊपर के किसानों को मोदी सरकार तीन हजार रुपये रुपये महीना पेंशना यानि एक साल में 36000 रुपये देगी है।
इस योजना का फायदा उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिसकी आयु 60 साल से अधिक है। इस योजना के तहत किसानों को हर महीने 3,000 रुपये की किस्त खाते में डाली जाएगी। लाभार्थी किसानों के लिए कुछ जरूरी शर्तों को पूरा करना होगा।
जानिए
केंद्र सरकार ने देश के किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए किसानों के लिए पीएम किसान मान धन योजना का आरंभ किया है। इस योजना का लाभ सिर्फ वही किसान उठा सकते हैं, जो कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत रजिस्टर्ड हैं। इस योजना का उद्देश्य छोटे और मझोले किसानों को मासिक पेंशन के रूप में आर्थिक मदद पहुंचाना है।
– ऐसे मिलेगा योजना का फायदा, जानिए
इस योजना का लाभ उठाने के लिए सबसे जरूरी शर्त यह है कि किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत पंजीकृत होने चाहिए। इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को किसी भी प्रकार का कोई दस्तावेज भी नहीं जमा करना होगा।
इस योजना का लाभ सिर्फ वही किसान उठा सकते हैं, जिनके पास दो हेक्टेयर से भी कम कृषि भूमि है। अगर आवेदक किसान इस शर्त को पूरा नहीं करता है, तो वह इस योजना का लाभ उठाने का अधिकारी नहीं होगा।
इस योजना के तहत 60 साल से अधिक आयु के किसानों को हर माह 3,000 रुपये की आर्थिक मदद प्रदान की जाती है। वहीं, इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को कम से कम 20 वर्ष और अधिकतम 40 वर्षों तक अंशदान करना होगा।
18 वर्ष से 40 वर्ष तक की आयु का कोई भी किसान इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करा सकता है। इस योजना के तहत किसानों को 55 रुपये से लेकर 200 रुपये तक का हर महीने अंशदान करना होता है।