रविवार को 50 साल बाद स्पेन के ला पाल्माद्वीप (Spain’s Atlantic Ocean island of La Palma) का सबसे खतरनाक ज्वालामुखी फूट पड़ा। यह पहले 1971 में फटा था। ज्वालामुखी(Volcano) का सुर्ख लाल गर्म लावा तेजी से बह रहा है। तो वहीं, मीलों दूर से आसमान में आग की चिंगारियां नजर आ रही हैं। कैनरी द्वीपसमूह पर स्थित यह ज्वालामुखी के फटने से भूकंप(Earthquake) के झटके भी महसूस हो रहे हैं। अमेरिका से लेकर कनाडा पर सुनामी (tsunami) का अलर्ट जारी कर दिया गया है। अच्छी बात यह है कि इस आपदा के बीच स्पेन में corona virus का असर काफी कम है। यहां अब तक 4,929,546 मामले आ चुके हैं। यहां कोरोना वायरस से 85,783 की मौत हो चुकी है। यहां की 75 प्रतिशत आबादी का वैक्सीनेशन हो चुका है।
इससे निकलने वाला लावा 1075 डिग्री सेल्सियस के तापमान तक पहुंच गया है। स्पेनिश अधिकारियों ने आसपास के क्षेत्र में 1,000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने का आदेश दे दिया है, क्योंकि लावा का प्रवाह पहाड़ी से बस्तियों की तरफ बढ़ रहा है। लोगों से अपील की गई है कि वो लावे से दूर रहें। ज्वालामुखी फटने के बाद शनिवार को सतह से केवल 100 मीटर नीचे 3.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज हुआ, जबकि रविवार की सुबह कई और झटके महसूस किए गए, जो 3.8 की तीव्रता के साथ बड़ा था।
मेयर सर्जियो रोड्रिग्ज(Mayor Sergio Rodríguez ) अनुसार लावे की चिंगारियां एल पासो (El Paso) गांव की तरफ बढ़ रही हैं। यहां से 300 लोगों की शिफ्टिंग कर दी गई है। उन्हें फुटबॉल मैदान में ठहराया गया है। सड़कें बंद कर दी गई हैं। आपको बता दें कि ला पाल्मा(La Palma) की आबादी लगभग 85,000 है।
ला पाल्मा(La Palma) ज्वालामुखी के फूटने से आसमान आग की चिंगारियों से ढकानजर आ रहा है। चिंगारियां कई फुट ऊपर तक जा रही हैं। ला पाल्मा(La Palma) ज्वालामुखी के फूटने से से पहाड़ियां दरक चुकी हैं। कई स्थान पर भूकंप के झटके आ रहे हैं। इसी कारण इमारतों को नुकसान पहुंचने की चेतावनी दी गई है।