सऊदी अरब (Saudi Arabia) और थाईलैंड (Thailand) पूरे 30 साल बाद फिर से दोस्त बन गए हैं। सऊदी ने पूर्ण राजनयिक संबंधों की बहाली का मंगलवार को आदेश दिया। एक हीरे की चोरी (diamond theft) को लेकर इन दोनों देशों के रिश्ते खत्म (relations between the two countries end) हो गए थे. इनके बीच बातचीत तक बंद थी. हालांकि, अब दोनों देशों के बीच दोबारा से समझौता हो गया है।
दरअसल, 1989 में एक प्रिंस फैसल बिन फहद के महल से 91 किलो के गहने और अन्य मूल्यवान रत्न चोरी हो गए थे. ये चोरी एक थाई नागरिक क्रिआंगक्राई टेकामोंग ने की थी, जो वहां नौकर के तौर पर काम कर रहा था. चोरी के बाद उसने गहनों को महल में एक वैक्यूम क्लीनर बैग में छिपा दिया था. इसमें एक मूल्यवान 50 कैरेट का ब्लू डायमंड भी था।
इन गहनों को क्रिआंगक्राई थाईलैंड के लैम्पांग प्रांत में अपने घर भेजने में कामयाब रहा था, लेकिन गहनों को निपटाना उसके लिए मुश्किल साबित हुआ. उसने गहनों को कम दाम में सामान बेचना शुरू किया, लेकिन कुछ ही दिनों बाद वह शक के घेरे में आ गया. रॉयल थाई पुलिस ने जांच शुरू की और गहनों की बरामदी की और क्रिआंगक्राई को सात साल जेल की सजा सुनाई थी।
थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओचा की सऊदी अरब की आधिकारिक यात्रा के दौरान दोनों देशों ने यह फैसला किया. यह 1989 के घटनाक्रम को लेकर संबंध खराब होने के बाद से दोनों देशों के बीच सबसे ऊंचे स्तर की बैठक है. सऊदी अरब ने इस चोरी की घटना के कारण थाईलैंड के साथ राजनयिक संबंधों का स्तर कम कर दिया था. इस चोरी के कारण कई रहस्यमयी हत्याएं हुई थीं. इसे ‘ब्लू डायमंड’ मामले के रूप में जाना जाता है।
शाही महल में हुईं बैठकों के बाद आधिकारिक सऊदी प्रेस एजेंसी ने मंगलवार देर रात एक बयान में कहा कि सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने प्रयुत के साथ वार्ता की और चोरी संबंधी मामले को भुलाकर देशों के बीच आर्थिक, सुरक्षा एवं राजनीतिक संबंध मजबूत करने पर सहमति जताई।