प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) के जरिए देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं. यह इस कार्यक्रम का 80वां एपिसोड है. पीएम ने कार्यक्रम की शुरुआत में मेजर ध्यानचंद की जयंती पर उन्हें याद किया. उन्होंने कहा कि हम सबको पता है आज मेजर ध्यानचंद जी की जन्म जयंती है और हमारा देश उनकी स्मृति में इसे राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाता भी है.”
उन्होंने ओलंपिक में भारत के प्रदर्शन का भी जिक्र करते हुए कहा कि चार दशक बाद यानी करीब-करीब 41 साल के बाद, भारत के बेटे और बेटियों ने हॉकी के अन्दर फिर से एक बार जान भर दी है. सबसे पहले दुनिया में भारत की हॉकी का डंका बजाने का काम ध्यानचंद जी की हॉकी ने किया था. पीएम ने कहा कि मैं सोच रहा था कि शायद, इस समय मेजर ध्यानचंद जी की आत्मा जहां भी होगी, बहुत ही प्रसन्नता का अनुभव करती होगी. ” इसके बाद पीएम ने बाल ही में ओलंपिक में भारत के प्रदर्शन का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा जब खेल-कूद की बात होती है, तो स्वाभाविक है हमारे सामने पूरी युवा पीढ़ी नजर आती है और जब युवा पीढ़ी की तरफ गौर से देखते हैं कितना बड़ा बदलाव नजर आ रहा है.
युवा का मन बदल चुका है
पीएम ने कहा कि इस दौर नें युवा का मन बदल चुका है. आज का युवा मन बने बनाए रास्तों पर चलना नहीं चाहता है. वो नए रास्ते बनाना चाहता है. अनजान जगहों पर कदम रखना चाहते हैं. उन्होंने युवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा आज के युवाओं की मंजिल भी नयी है, लक्ष्य भी नए है, राह भी नयी और चाह भी नयी है. उन्होंने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी एक बार मन में ठान लेता हैं न युवा, जी-जान से जुट जाता है. दिन-रात मेहनत करता है और सफलता पाकर ही दम लेता है.
नौजवान बढ़-चढ़ करके आगे आए हैं
हम देखते हैं, अभी कुछ समय पहले ही, भारत ने अपने Space Sector को शुरू किया और देखते ही देखते युवा पीढ़ी ने उस मौके को पकड़ लिया. वहीं इस इसका लाभ उठाने के लिए कॉलेजों , यूनिवर्सिटी और पाइवेट सेक्टर में काम करने वाले नौजवान बढ़-चढ़ करके आगे आए हैं. पीएम ने स्टार्टअप कलचर का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे आज के युवा का मन बदल चुका है. आज छोटे-छोटे शहरों में भी स्टार्टअप (Start-up culture) का विस्तार हो रहा है और मैं उसमें उज्जवल भविष्य के संकेत देख रहा हूँ.
राष्ट्र की बहुत बड़ी शक्ति बनकर उभरेगा युवा
PM ने कहा कि “अभी कुछ दिन पहले ही हमारे देश में खिलौनों की चर्चा हो रही थी . देखते ही देखते जब हमारे युवाओं के ध्यान में ये विषय आया उन्होंने भी मन में ठान लिया कि दुनिया में भारत के खिलौनों की पहचान कैसे बने. हमारे युवा हर क्षेत्र में अपना योगदान देना चाहते हैं. खिलौने कैसे बनाना, खिलौने की विविधता क्या हो, खिलौनों में टेक्नोलॉजी क्या हो, Child psychology के अनुरूप खिलौने कैसे हो. आज हमारे देश का युवा उसकी ओर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरे देश का युवा मन अब सर्वश्रेष्ठ की तरफ अपने आपको केन्द्रित कर रहा है. ये भी राष्ट्र की बहुत बड़ी शक्ति बनकर उभरेगा .”
ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन युवा पीढ़ी के अंदर बढ़ाएगा आत्मबल
PM ने कहा, “साथियो, इस बार Olympic ने बहुत बड़ा प्रभाव पैदा किया है . Olympic के खेल पूरे हुए और फिलहाल पैरालंपिक (paralympics) चल रहा है. उन्होंने लोगों का आत्मबल बढ़ाते हुए कहा कि खेल जगत में हमारे खिलाड़ियों का प्रदर्शन भले विश्व की तुलना में कम होगा, लेकिन यह खिलाड़ियों और आगे की युवा पीढ़ी के अंदर विश्वास भरने के लिए तो बहुत है .”