अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) पर आतंकी संगठन तालिबान (Taliban) ने कब्जा कर लिया है और अब इसके बाद यहां की सड़कों पर आतंकी खुले तौर पर घूम रहे हैं. हर तरफ हथियार लहराए जा रहे हैं, लोगों को धमकाया जा रहा है और बीते समय में अमेरिका (US) की हेल्प करने वालों का सर्च ऑपरेशन कर उनको मारा जा रहा है. अब इसी बीच अमेरिका का मोस्ट वांटेड आतंकवादी खलील हक्कानी (Khalil Haqqani) काबुल की सड़कों पर घूमता नजर आया है. इस खतरनाक आतंकी पर 5 मिलियन डॉलर यानी करीब 37 करोड़ 15 लाख 8 हजार 500 रुपये का इनाम भी है.
मस्जिद में आतंकी खलील हक्कानी ने की तकरीर
आज शनिवार की सुबह मोस्ट वांटेड आतंकी हक्कानी ने काबुल की पुल-ए-खिश्ती मस्जिद में करीबन 100 लोगों को तालिबान के प्रति निष्ठा की शपथ दिलाई गयी. इमाम की तकरीर के बाद मस्जिद में आतंकी खलील हक्कानी ने कहा कि हमारी प्राथमिकता अफगानिस्तान की सुरक्षा करना है.
हक्कानी ने किया कुछ ऐसा वादा
एक रिपोर्ट के अनुसार, मोस्ट वांटेड आतंकी खलील हक्कानी ने बोला है कि बिना सुरक्षा के जिंदगी नहीं होगी. हम पूरी तरह से सुरक्षा देंगे. इसके बाद अफगानिस्तान के लोगों को व्यापार और शिक्षा भी दिलाएंगे. महिलाओं और पुरुषों में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा.
मस्जिद में जैसे ही खलील हक्कानी का भाषण खत्म हुआ उसके बाद वहां पर मौजूद लोगों ने तालिबान और हक्कानी के समर्थन में नारे लगाने शुरु कर दिये. ज्ञात हों कि खलील हक्कानी का संबंध हक्कानी नेटवर्क से है. अफगानिस्तान में तालिबान के विस्तार में हक्कानी नेटवर्क की एक बड़ा योगदान है.
आखिर कौन है ये खलील हक्कानी?
बता दें कि जलालुद्दीन हक्कानी ने हक्कानी नेटवर्क की स्थापना साल 1970 में की थी. ऐसा बताया जाता है कि साल 2001 में तारा बोरा से भागने में ओसामा बिन लादेन की सहायता हक्कानी नेटवर्क ने ही की थी.
ज्ञात हों कि खलील हक्कानी, हक्कानी नेटवर्क के संस्थापक जलालुद्दीन हक्कानी का भाई है. वो इस आतंकी संगठन के लिए फंड इकट्ठा करने के काम में लिप्त है. खलील हक्कानी तालिबान के डिप्टी लीडर सिराजुद्दीन हक्कानी का चाचा भी है.