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30 रुपये की चोरी का 31 साल बाद पूरा हुआ हिसाब, पुलिस ने किया अदालत में पेश तो जज ने…

31 साल बाद एक व्यक्ति की चोरी के आरोप में कोर्ट में पेशी हुई. यह चोरी साल 1990 में हुई थी. उस समय में किसान की जेब से 30 रुपये चुराने के 31 साल बाद अब कैथल पुलिस ने उस जेब कतरे को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि पुलिस ने 1990 में ही उस जेबकतरे को गिरफ्तार कर लिया था, पर दिसंबर 1990 में उस को जमानत मिल गई. इसी के साथ जींद जिले के ध्रोंडी गांव के रहने वाले आरोपी सुभाष चंद्र को सितंबर साल 1996 में भी एक स्थानीय अदालत ने भगोड़ा साबित कर दिया था. जब उसे अदालत में पेश किया गया तो जज ने कहा कि वह पहले ही अपनी सजा काट चुका है इसलिए उसे बरी किया जाता है.

जसवंती गांव निवासी करण सिंह ने दर्ज की थी शिकायत

केस की ऐतिहासिक जानकारी के अनुसार जसवंती गांव निवासी करण सिंह ने 3 दिसंबर सन 1990 को कैथल कस्बे के सदर थाने में एक शिकायत दर्ज की थी कि जब वह केओरक गांव के पास एक बस स्टैंड पर खड़ा था तभी आरोपी ने उसके पास पहुंच कर कथित तौर पर उसकी जेब से 30 रुपये निकाल लिए. उनकी शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 379 के तहत मामला दर्ज किया गया.

इस बारे में कैथल के पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह का कहना है कि मामले की जानकारी के अनुसार एफआईआर होने के 1 दिन बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया था और उसके पास से चोरी का पैसा भी बरामद किया गया था.

इस मामले के बारे में एक अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद सुभाष को हिरासत में ले लिया गया था, लेकिन अगले दिन 4 दिसंबर 1990 को उसे जमानत पर रिहाई मिल गई. लेकिन फिर भी वो वापस नहीं लौटा और कई सालों के इंतजार के बाद 16 दिसंबर साल 1996 तत्कालीन कैथल न्यायिक मजिस्ट्रेट बशेसर वर्मा की अदालत ने उन्हें भगोड़ा साबित कर दिया.

आधिकारिक प्रवक्ता ने कही ये बात

बता दें कि हाल ही में कैथल पुलिस ने भगोड़े अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष तरह का अभियान चलाया. सुभाष उन पुराने भगोड़े अपराधियों में भी शामिल था. कैथल पुलिस के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, “उसे गिरफ्तार करने के लिए कई छापे मारे गए थे.”

बीते 14 जुलाई को उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उन्हें बाइज्जत बरी कर दिया ऐसा इसलिए क्योंकि गिरफ्तारी के बाद वह पहले ही हिरासत में एक रात बिता चुके थे. सुभाष ने भी अदालत में सबके सामने स्वीकार किया कि उसने करम सिंह की जेब से 30 रुपये चुराए थे और उस समय उसकी आयु केवल 21 साल थी. बाद में उसने महिला से शादी की और वह एक लड़के और लड़की का पिता भी बन चुका है.