कोरोना महामारी के बीच देश के कई हिस्सों में प्रकृति भी अपना रौद्र रूप दिखा रही है. जिससे एक के बाद एक मुसीबत से लोगों का सामना हो रहा है. हाल ही में चक्रवाती तूफान ताउते ने अपना भयंकर रूप दिखाया है. जिसका असर लगभग देश के सभी हिस्सों में देखने को मिला, अभी ताउते से हुए नुकसान की पूरी तरह से भरपाई भी नहीं हुई थी कि अब चक्रवात ‘यास’ (Cyclone Yaas) को लेकर खतरे की घंटी बज चुकी है. मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की मानें तो अगले 12 घंटे में तूफान विकराल रूप ले सकता है. विभाग के उप निदेशक ने बताया कि बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी के ऊपर कम दबाव का निशान बना है और अगले 12 घंटे में यह दबाव उत्तर-पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ सकता है. जिस कारण 24 मई को तूफान की रफ्तार बढ़ेगी और 26 मई तक यास तटीय क्षेत्रों से टकराएगा. इसलिए मछुआरों से अनुरोध किया गया है कि वह समुद्र किनारे न जाएं. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तूफान के आने से पहले बैठक की. जिसमें लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है.
इन इलाकों में यास का बरपेगा कहर!
अगले 12 घंटे के दौरान तूफान अपना रौद्र रूप ले सकता है और 26 मई को उत्तरी ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट से टकराने की संभावना है. इसके बाद तूफान इन तटों को पार कर आगे बढ़ सकता है. इसलिए लगातार प्रशासन द्वारा लोगों से अनुरोध किया जा रहा है किवह तटीय इलाकों पर ना जाएं. IMD द्वारा जारी ताजा बुलेटिन में कहा गया है कि, पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बना है और यह क्षेत्र मध्य क्षोभमंडल तक फैला है. विभाग का कहना है कि अगले 12 घंटे में दबाव तेज हो सकता है. दबाव तेज होने की वजह से यह तूफान में तब्दील हो जाएगा.
यहां होगी तेज बारिश
चक्रवाती तूफान के आने से पहले तेज हवाएं चलती हैं और कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश शुरू हो जाती है. यास के आने से पहले ओडिशा, बंगाल में 25 मई और ओडिशा, झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 26 मई को काफी तेज बरसात हो सकती है. इस दौरान हवाओं की गति भी तेज हो सकती है. बता दें, चक्रवाती तूफान यास की आहट के बाद से IMD लगातार अपडेट जारी कर रहा है जिससे तूफान से होने वाले नुकसान से बचा जा सके और प्रशासन भी आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहे.