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11वीं बार वीरता पुरस्कार से राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होंगे IPS संजीव, ऐसा है उपलब्धियों का सफर

73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 939 पुलिसकर्मियों को प्रेसिंडेंट मेडल से सम्मानित करने की अनुमति दे दी है। इसमें 189 पदक वीरता के लिए दिए जायेंगे। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव को भी पुलिस मेडल फॉर गैलेंट्री के लिए सम्मान किया गया है। संजीव कुमार यादव को 11वीं बार वीरता के पदक से सम्मानित किया जाएगा जो बड़ी उपलब्धि है। संजीव कुमार यादव अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। वह साल 2004 से दिल्ली पुलिस की आतंकवाद निरोधी इकाई यानी स्पेशल सेल की अगुवाई कर रहे हैं। भारतीय पुलिस सेवा में संजीव इकलौते ऐसे अधिकारी हैं जिन्होंने 15 गंभीर मामलों के साथ-साथ आतंकवाद से संबंधित 44 मामलों की जांच की है और 100 से अधिक आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का नेतृत्व करते रहे हैं।

संजीव कुमार यादव द्वारा गिरफ्तार किए गए आतंकी इंडियन मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल-मुजाहिदीन, खालिस्तान संगठन, बब्बर खालसा इंटरनेशनल, कंगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नॉर्थ ईस्ट, सिमी और नक्सल जैसे विभिन्न अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों का हिस्सा रहे हैं।

75 से अधिक एनकाउंटर ऑपरेशन का किये हैं नेतृत्व

संजीव कुमार यादव ने 75 से अधिक एनकाउंटर ऑपरेशन में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का नेतृत्व किया है। 55 आतंकी और गैंगस्टर का खात्मा किया गया। साल 2005 का दिल्ली सीरियल ब्लास्ट केस भी पुलिस ने संजीव कुमार यादव की अगुवाई में सुलझाया था जिसमें हमले का मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा का पाकिस्तानी आतंकवादी, अबू हुजेफा जम्मू और कश्मीर स्थित श्रीनगर में मुठभेड़ के दौरान मारा गया था।
वर्ष 2008 में दिल्ली स्थित बाटला हाउस एनकाउंटर केस में भी उन्होंने अगुवाई की थ। बाटला हाउस मामले में इंडियन मुजाहिदीन की भारतीय इकाई का आतंकी आतिफ अमीन के साथ छोटा साजिद मारा गया था। वर्ष 2012 में इजराइल डिप्लोमेट कार ब्लास्ट केस, साल 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग केस भी यादव ने ही लीड किया था।

भारत से खत्म ये आतंकी संगठन

संजीव कुमार यादव की अगुवाई में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीमों ने 50 से अधिक आतंकियों को गिरफ्तार कर भारत से आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद का खात्मा किया। साल 2007- यूपी कोर्ट विस्फोट मामला, साल 2008- दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद और सूरत सीरियल ब्लास्ट केस, साल 2010- जामा मस्जिद ब्लास्ट केस साल 2010- जर्मन बेकरी ब्लास्ट केस, साल 2011- आईपीएल के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम ब्लास्ट केस, साल 2011- मुंबई ब्लास्ट केस में जांच करने के अलावा यादव की अगुवाई में 2611 मुंबई विस्फोट में मुख्य आरोपी अबू जंदल को भी गिरफ्तार किया गया था। संजीव कुमार यादव के साहसी काम के लिए उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा 11 बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया है। उन्हें राष्ट्रपति द्वारा मेरिटोरियस सर्विस मेडल से भी सम्मानित किया गया है।