नए महीने की शुरुआत के साथ ही लोग अपने बजट के हिसाब से माह की पूरी प्लानिंग करते हैं. जिसमें घर के राशन से लेकर सभी जरूरी खर्चें शामिल होते हैं. नए महीने की शुरुआत से कुछ नए नियम लागू होते हैं जिसके लिए हर आम आदमी को पहले से तैयार रहना जरूरी होता है. क्योंकि इन नए नियमों के लागू होने से आम इंसान की जेब पर सीधा असर पड़ता है. तो चलिए जानते हैं कि एक मार्च से कौन-से पांच बदलाव होने वाले हैं जिनका असर आपके जीवन पर पड़ेगा.
कोरोना वैक्सीनेशन का अगला चरण
1 मार्च से कोरोना वैक्सीनेशन का अगला चरण शुरू होगा. जिसके अंतर्गत 60 साल से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा. इसके अलावा जिनकी उम्र 45 साल से ऊपर है और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं उन्हें टीका लगना शुरू हो जाएगा. कोरोना वैक्सीन सरकारी अस्पतालों में बिल्कुल मुक्त लगेगी जबकि प्राइवेट अस्पतालों में टीका लगवाने के लिए 250 रुपये देने होंगे.
दो बैंकों का मर्जर
वैसे तो केंद्र सरकार ने कई बैकों का विलय किया है और अगर आप विजय व देना बैंक के ग्राहक हैं तो बता दें इन दोनों बैंकों को बैंक ऑफ बड़ौदा में मर्ज कर दिया गया है. जिसके नए नियम कल से लागू हो जाएंगे. मर्जर के कारण पुराना IFSC कोड काम नहीं करेगा. ऐसे में ग्राहक बैंक ऑफ बड़ौदा से नया कोड प्राप्त कर सकते हैं.
कैसे हासिल होगा कोड?
बैंक ऑफ बड़ौदा जाकर तो आप IFSC कोड ले ही सकते हैं इसके लिए आपको सभी जरूरी दस्तावेजों को अपनी नजदीकी शाखा में लेकर जाना होगा. इसके अलावा आप बैंक की आधिकारिक वेबसाइट www.bankofbaroda.in पर विजिट कर सकते हैं.
रसोई गैस सिलेंडर
वैसे तो हर महीने की पहली तारीख को तेल कंपनियों द्वारा रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव किया जाता है. लेकिन फरवरी माह में शुरुआत के अलावा बीच में भी दो बार सिलेंडर की कीमतों में बदलाव किया गया है. इस कारण दिल्ली में 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू सिलेंडर की कीमत 794 रुपये हो गई है. ऐसे में देखना होगा कि मार्च माह की शुरुआत में तेल कंपनियां सिलेंडर सस्ता करती हैं या महंगा.
पेट्रोल-डीजल के दाम
प्रतिदिन तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल के दामों में बदलाव करती हैं. पिछले कुछ दिनों से लगातार तेल की कीमतों में भारी वृद्धि दर्ज की गई है. लेकिन माह के अंतिम दिन तेल कंपनियों ने तेल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया. ऐसे में सबकी नजर 1 मार्च 2021 की सुबह पर रहेगी क्योंकि सुबह 6 बजे पता चलेगा तेल कंपनियों ने माह की शुरुआत में आम आदमी को महंगाई का झटका दिया है या राहत पहुंचाई है.