कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की रणनीति और नसीहत का असर दिखने लगा है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कांग्रेस (Congress ) प्रदेश की बीजेपी सरकार (BJP Government) के खिलाफ आंदोलन करने जा रही है. इसमें विपक्षी दल भी उसके साथ रहेंगे. विभिन्न मांगों और सरकार के फैसलों के विरोध में पार्टी पहले 25 सितंबर को धरना और 27 को प्रदेश बंद बुला रही है।
बीजेपी के खिलाफ एकजुट विपक्ष आंदोलन की रणनीति पर साथ-साथ दिखाई देगा. भोपाल के नीलम पार्क के साथ पूरे प्रदेश में बीजेपी सरकार के खिलाफ कांग्रेस और दूसरे दल धरना प्रदर्शन करेंगे।
कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ अपने आंदोलनों को धार देने के लिए अब दूसरे दलों का भी सहारा लेना शुरू कर दिया है. इसके तहत अब धरना प्रदर्शन की रणनीति तैयार हुई है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ दूसरे विपक्षी दलों के नेताओं के साथ 25 सितंबर को प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन करने पर सहमत हुए हैं. इसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने सभी जिला इकाइयों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
25 को धरना, 27 को प्रदेश बंद
पार्टी के तय कार्यक्रम के मुताबिक 25 सितंबर को दोपहर 12:00 बजे भोपाल के नीलम पार्क में बीजेपी सरकार के खिलाफ सहयोग धरना प्रदर्शन होगा. 27 सितंबर को दोपहर 2:00 बजे तक प्रदेश बंद करने की रणनीति पर भी सहमति बनी है. कांग्रेस के साथ विपक्षी दल सीपीआई सीपीएम एनसीपी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगी।
ये हैं मांग
कांग्रेस सहित विपक्षी दलों की मांग है कि कोरोना काल में जान गंवाने वाले परिवारों को मुआवजा दिया जाए. न्याय योजना लागू करने, कृषि कानून वापस लेने, पेट्रोल डीजल रसोई गैस पर एक्साइज ड्यूटी कम करने, देश की संपत्तियों और कंपनियों को निजी हाथों में सौंपने का विरोध और पेगासस जासूसी मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराई जाए।
सोनिया गांधी की मीटिंग का असर
20 अगस्त को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों के साथ बैठक की थी. उसमें संयुक्त रूप से बीजेपी सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तैयार हुई थी. उसी रणनीति के तहत अब कांग्रेस विपक्षी दलों के साथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ सड़कों पर हल्ला बोल की तैयारी में है।