भारत-चीन (India-China) के बीच लॉकडाउन में शुरू हुआ विवाद शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है. एक तरफ बार-बार चीन अपनी दादागीरी दिखाने में लगा है तो वहीं दूसरी तरफ बिना हार माने भारत भी उसे उसी की ही भाषा में मुंहतोड़ जवाब दे रहा है. हाल ही में सीमा के पास फिर से चीन के इसी चाल पर भारतीय जवानों (Indian Army) ने अपने अंदाज में पलटवार किया है. जिससे जाहिर है कि चीन को भारत के इस ताकत का अंदाजा लग गया होगा. मीडिया खबरों की माने तो चीन (China) की ओर से डोकलाम में केडी-63 क्रूज मिसाइल (KD-63 Cruise Missile) तैनात की गई थी.
चीन के इसी मिसाइल के जवाब में भारत ने हाल ही में परमाणु क्षमता से संपन्न पृथ्वी-2 (Prithvi-2) का सफल परीक्षण कर चीन को सीधे तौर पर चेतावनी दे दी है कि यदि वो कोई भी खुरापाती सोच कामयाब करने की कोशिश करेगा तो उसे भी नुकसान उठाना पड़ सकता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की तरफ से निर्माण की इस शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल का बीते बुधवार की रात सफल परीक्षण किया गया है. बात करें इसके क्षमता की तो ये मिसाइल सतह से सतह पर मार करने में सक्षम है.
फिलहाल रक्षा सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक चांदीपुर में बसे एकीकृत परीक्षण केंद्र (आईटीआर) से इस अत्याधुनिक मिसाइल का अंधेरे में परीक्षण किया गया था. जो सफल साबित हुआ. कहा जा रहा है ये इस मिसाइल सारे टेस्ट में सफल रही है. इस बारे में बात करते हुए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के एक अधिकारी ने कहा कि, 350 किलोमीटर की दूरी तक मार करने की क्षमता रखने वाली इस मिसाइल को आईटीआर के प्रक्षेपण परिसर-3 से एक मोबाइल लॉन्चर के जरिए दागा गया था. इसके साथ ही परीक्षण को प्रैक्टिस का नाम देते हुए उन्होंने कहा कि मिसाइल के प्रक्षेपण पथ पर रडारों, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग प्रणाली और टेलीमेट्री केंद्रों से नजर रखी गई, जिसने सभी मानकों को प्राप्त कर लिया है.