उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार मंगलवार शाम को समाप्त हो जाएगा। इस चरण में पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर 10 जनवरी को मतदान होगा। पहले चरण में चुनाव प्रचार का आखिरी दिन होने के कारण सभी दलों ने प्रचार अभियान में पूरी ताकत झोंक दी है। इस चरण में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन भारी जीत का दावा कर रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि राज्य में अगर सपा गठबंधन की सरकार बनी तो आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी का कद बड़ा हो जाएगा। जयंत चौधरी से जब पूछा गया कि क्या सपा गठबंधन की सरकार बनने पर वह डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी संभालेंगे तो वह इससे इनकार करते रहे। जयंत ने कहा कि उप मुख्यमंत्री पर हमारी ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई है।
चुनाव बाद हमारी सरकार बनेगी। हम अपनी ताकत को यूपी के विकास के लिए समर्पित करेंगे। उत्तर प्रदेश के लिए हमस ब समर्पित होंगे। जयंत कहा कि मैं आरएलडी का अध्यक्ष हूं और अभी पार्टी के दायरे को बढ़ाने की जरूरत है। राष्ट्रीय स्तर पर भी राजनीतिक वैक्यूम महसूस किया जा रहा है। वहां हम समान विचारधारा वाले दलों के साथ मिलकर नई संभावनाएं तलाशेंगे। उत्तर प्रदेश में सरकार बनायेंगे।
भारतीय जनता पार्टी जिस तरह अब तक आरएलडी को लेकर सॉफ्ट बनी हुई है और जयंत चौधरी को अपने साथ आने का खुला न्यौता भी दे चुकी है। आरएलडी मुखिया जयंत चैधरी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रस्ताव को नकार दिया है। जयंत चौधरी ने कहा कि हम पूरा चुनाव भाजपा की नीतियों के खिलाफ लड़ रहे हैं। हमने लाठियां खाई है। आज भारतीय जनता पार्टी के कुशासन से त्रस्त जनता हमारे साथ खड़ी है तो हम कैसे बदल सकते हैं। हमें लंबी लड़ाई लड़नी है और हमारे लक्ष्य छोटे नहीं हैं।