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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज : श्रीकृष्ण के 16 कलाओं में छिपा है जीवन के मंत्र

भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर हर घर में बाल श्रीकृष्ण का जन्म होगा। 30 अगस्त को मध्यरात्रि में जन्म के साथ ही 16 कलाओं में निपुण भगवान श्रीकृष्ण 64 कलाओं में दक्षता का वरदान देते हैं। श्रीकृष्ण सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर थे ओर द्वंद युद्ध के माहिर थे। उनके पास कई अस्त्र और शस्त्र थे। उनके धनुष का नाम सारंग था। उनके खड्ग का नाम नंदक गदा का नाम कौमौदकी और शंख का नाम पांचजन्य था जो गुलाबी रंग का था। आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि श्रीकृष्ण के पास जो रथ था उसका नाम जैत्र दूसरे का नाम गरुढ़ध्वज था। भगवान श्रीकृष्ण ने पूतना, शकटासुर, नरकासुर, कंस, जरासंध, शिशुपाल व पौड्रक आदि असुरों का वध किया था। कालिया नाग बाणासुर को युद्ध में हराया था। श्रीकृष्ण ने बचपन से आलौकिक लीलाएं दिखाकर सबको चकित कर दिया। उनकी बाललीला प्रसिद्ध मानी जाती है। श्रीकृष्ण सोलह कला के अवतार माने गए हैं। लखनऊ के ठाकुरद्वारों में भगवान की विशेष पूजा होती है।

श्रीकृष्ण भगवान की 16 कलाएं

श्री धन संपदा, भूअचल संपत्ति, कीर्ति यश सिद्धि, इला-वाणी की सम्मोहकता, लीला आनंद उत्सव, कांति सौंदर्य और आभा, विद्या मेधा बुद्धि, विमला पारदर्शिता, प्ररेणा और नियोजन, ज्ञान नीर और विवेक, क्रिया कर्मण्यता, योग चित्तलय, प्रहवि- अत्यंतिक विनय, सत्य यथार्थ, इसना आधिपत्य व अनुग्रह उपकार।

जन्माष्टमी ऐसे करें पूजन, मिलेगा लाभ

आचार्य शक्तिधर त्रिपाठी ने बताया कि मध्यरात्रि 12 बजे से स्नान आदि कर स्वच्छ वस्त्र पहनकर भगवान श्रीकृष्ण को घंटा और शंख ध्वनि करते हुए पंचामृत से स्नान कराएं। भगवान श्रीकृष्ण को यज्ञोपवीत धारण कराएं। चंदन और अक्षत चढाएं, पुष्प और इत्र चढ़ाएं। धूप, दीप दिखाए और तुलसी, मक्खन, मिश्री , पंजीरी और नैवैद्य का भोग व ऋतुफल चढ़ाए। लौंग , इलायची व पान अर्पित करें। भगवान श्रीकृष्ण के मंत्र जप या स्त्रोत का पाठ करें और कपूर से आरती करें। सुख-समृद्धि व मनोकामना की प्रार्थना करें।

रिजर्व पुलिस लाइन में होंगे राज्यपाल व मुख्यमंत्री

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर शहर में तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गईं हैं। प्रतिसार निरीक्षक प्रथम राकेश शर्मा ने बताया कि 30 अगस्त को रिजर्व पुलिस लाइन में होने वाले आयोजन में पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर, सहायक पुलिस आयुक्त सैयद अली अब्बास, अपर पुलिस आयुक्त प्राची सिंह की मौजूदगी में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे।