कानपुर में विकास दुबे की गाड़ी का पलटना और फिर उसका एनकाउंटर होना अब भी सवालों के घेरे में है। इसी बीच जिस जगह विकास दुबे की गाड़ी पलटी थी और जहां एनकाउंटर हुआ था, उसी जगह हत्या कर भाग रहे बदमाशों की गाड़ी भी पलट गई। बताया जा रहा है कि इस वाहन में छह बदमाश सवार थे। गाड़ी के पलटने से बदमाशों का पीछा कर रही कानपुर पुलिस ने गाड़ी में फंसे चार बदमाशों को वारदात स्थल से दबोच लिया है। पुलिस ने गाड़ी से निकल कर भागे दो को दौड़ा कर पकड़ा है। बदमाशों ने विकास दुबे की तरह न पुलिस की रिवाल्वर छीनी ना पुलिस ने उनको गोली मारी। बताया जा रहा है कि इन बदमाशों ने शनिवार की देर रात फजलगंज में आशीष नाम के युवक की घर से बुलाकर हत्या कर दी थी। इस हत्या से क्षेत्र मंे सनसनी फैल गयी।
बताया जाता है कि ये बदमाश सीसीटीवी में आशीष को बहलाकर ले जाते हुए नजर आए थे। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इनको पकड़ा गया है। शनिवार की रात को फजलगंज के रहने वाले प्रांशु और आशु ने अपने साथियों के साथ आशीष नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। प्रांशु का आरोप है कि आशीष ने उसको बहन की गाली दी थी। इसी से नाराज होकर उसने अपने साथियों के साथ पहले आशीष को घर से बुलाया फिर उसको गोली मार दी।
पुलिस के मुताबिक गोली मारने के बाद बदमाश एक इनोवा कार से दिल्ली भागने की कोशिश में थे लेकिन इसके पहले ही पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों की पहचान कर ली। पुलिस ने सर्विलांस के सहारे इनका पीछा शुरू कर दिया। बारा टोल प्लाजा के पहले इन लोगों ने पुलिस को आते देख कर भागने लगे। बदमाशों ने गाड़ी की रफ्तार और तेज कर दी। बताया जा रहा है कि तेज गति के कारण बदमाशों की गाड़ी पलट गई। चार बदमाश गाड़ी में फंसे रहे जबकि दो निकलकर भागें पुलिस टीम ने पहले चारों को पलटी गाड़ी से पकड़ा फिर उसके बाद भाग रहे अन्य दो को भी पकड़ लिया।
कानपुर के अपर पुलिस कमिश्नर आकाश कुलहरि ने बताया कि ये बदमाश दिल्ली भाग रहे थे। पुलिस ने सर्विलांस के सहारे इनका पीछा करना शुरू कर दिया था। गाड़ी पलटने के बाद इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। ज्ञात हो कि जिस बारा टोल प्लाजा के पास बदमाशों की गाड़ी पलटी उसी के पास सवा साल पहले 10 जुलाई को विकास दुबे को ला रही गाड़ी भी पलटी थी जिसके बाद भागते समय उसका एनकाउंटर हुआ था।