चीन द्वारा पहले से रिपोर्ट न किए गए डेटाबेस से लीक सूची के मुताबिक चीन के शिनजियांग क्षेत्र में 10 हजार से अधिक उइगरों को कैद किया गया है। यह रिपोर्ट न्यूज एजेंसी एएफपी ने दी है। शिनजियांग क्षेत्र चीनी कम्युनिस्ट अधिकारियों द्वारा बारीकी से संरक्षित है वहां कई डिटेंशन सेंटर और जेलों का एक सीक्रेट नेटवर्क है। रिसचर्स का मानना है कि दस लाख से अधिक उइगर और अन्य अल्पसंख्यकों को वहां कैद करके रखा गया है।
लीक हुई सूची में क्या?
रिपोर्ट के मुताबिक लीक हुई सूची में हरेक कैदी का नाम, जन्मतिथि, जातीयता, आईडी कार्ड, आरोप, पता, सजा की अवधि और जेल के बारे में जानकारी है। यह 2014-18 तक के आंकड़ों को दिखाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ‘सामाजिक व्यवस्था को बाधित करने के लिए एक समूह को इकट्ठा करने’, ‘चरमपंथ को बढ़ावा देने’ और ‘मामला भड़काने’ सहित कई आरोपों के लिए सजा सुनाई गई है।
जेल को ट्रेनिंग सेंटर बताता है चीन
पश्चिमी देशों ने उइगरों के साथ ज्यादती को नरसंहार बताया है लेकिन चीन इसे ट्रेनिंग सेंटर बताकर अपना बचाव करता रहा है। बता दें कि चीन के कथित दुर्व्यवहार की जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाचेलेट इसी महीने शिनजियांग का दौरा करने जा रही हैं।
‘एक समुदाय को लक्षित कर रहा चीन’
2017 में चीन ने इस्लामिक चरमपंथ के खिलाफ ‘स्ट्राइक हार्ड’ नामक अपने अभियान को तेज कर दिया था। ब्रिटेन में शेफील्ड विश्वविद्यालय में पूर्वी एशियाई अध्ययन के व्याख्याता डेविड टोबिन के अनुसार, यह स्पष्ट रूप से लक्षित आतंकवाद विरोधी नहीं है। चीनी अधिकारी सभी के दरवाजे पर जा रहे हैं और लोगों को ट्रेनिंग सेंटर में ले जा रहे हैं। सच यही है कि चीन निश्चित तौर पर एक समुदाय को लक्षित कर रहा है।