फरीदाबाद के निकिता हत्याकांड के बाद ‘लव जिहाद’ शब्द फिर से चर्चा में आ गया है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिन पहले जौनपुर की रैली में लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने का ऐलान किया. उनके बयान के बाद हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने भी कहा कि वे भी प्रदेश में ‘लव जिहाद’ रोकने के लिए कानून लाएंगे. दोनों नेताओं के बयान इस मामले में महत्वपूर्ण हैं कि ‘लव जिहाद’ शब्द अभी तक केवल राजनीतिक और धार्मिक मंचों से ही इस्तेमाल होता रहा है. सरकार के स्तर पर न तो केंद्र और न ही राज्यों में इसे लेकर कोई आधिकारिक बात कही गई है. यही तर्क देकर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सीएम योगी को संविधान का पाठ पढ़ा रहे हैं लेकिन यूपी के विपक्षी दलों की बात की जाए तो वे ‘लव जिहाद’ पर अपनी राय रखने से बच रहे हैं.
सीएम योगी ने लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने की बात कहते हुए उसमें जोड़ा कि जो लोग स्वरूप छिपाकर बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करते हैं, उनको पहले से चेतावनी है कि अगर वे सुधरे नहीं, तो अब राम नाम सत्य की यात्रा निकलने वाली है. योगी आदित्यनाथ ने लव जिहाद के कानून बनाने की बात को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक फैसले का भी जिक्र किया, जिसमें हाई कोर्ट ने कहा था कि सिर्फ शादी के लिए धर्म परिवर्तन को स्वीकार नहीं किया जा सकता.
सीएम योगी के लव जिहाद पर कानून बनाने की बात पर ओवैसी ने कहा कि योगी को लव जिहाद पर आर्टिकल 21 का अच्छी तरह से अध्ययन करना चाहिए. अगर जानकारी नहीं है तो अच्छे वकील से जानकारी लें. ओवैसी ने स्पेशल मैरिज एक्ट का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में स्पेशल मैरिज एक्ट लागू होना चाहिए. दूसरी ओर यूपी की पार्टियां लव जिहाद के मुद्दे पर सीधे विरोध और समर्थन से बचते हुए इसे योगी का राजनीतिक पैंतरा बता रही हैं.
यूपी विधानसभा में सपा की ओर से नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि सूबे में बीजेपी सरकार बनने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ कानून ही तो बना रहे हैं. वास्तविकता यह है कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अपराध पर नियंत्रण करने में नाकाम रही है. कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार खराब हो रही है. सीएम योगी हिटलर की तरह काम कर रहे हैं.
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष ललितेश पति त्रिपाठी ने कहा कि लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे बयान बीजेपी और सीएम योगी देते रहते हैं. सूबे में किसान से लेकर नौजवान तक परेशान हैं और यूपी की कानून व्यवस्था की हालत काफी खराब है. इसे छिपाने के लिए ही सीएम योगी इस तरह से बयान और कानून बनाने की बात कर रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि सीएम ने जिस तरह का बयान दिया है, वो एक जनप्रतिनिधि की भाषा नहीं हो सकती है.