रविवार देर रात बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव एससी मिश्र को नजरबंद करने की घटना को बीएसपी प्रमुख मायावती ने सही रिपोर्ट न प्राप्त करने देने की कोशिश बताया है। इसके साथ ही उन्होंने लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के न्यायिक जांच की मांग की है।
सोमवार सुबह बसपा प्रमुख ने दो ट्वीट किये। पहले ट्वीट में लिखा कि बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद श्री एससी मिश्र को कल देर रात यहां लखनऊ में उनके निवास पर नजरबन्द कर दिया गया जो अभी भी जारी ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमण्डल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकाण्ड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके। यह अति-दुःखद व निन्दनीय है।
वहीं दूसरे ट्वीट में लिखा “यूपी के दुःखद खीरी काण्ड में भाजपा के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जाँच व पीड़ितों के साथ न्याय तथा दोषियों को सख्त सजा संभव नहीं लगती है। इसलिए इस घटना की, जिसमें अब तक 8 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, न्यायिक जांच जरूरी, बीएसपी की मांग है।”